Eye Problems – २1 आँखों की प्रमुख बीमारियों, लक्षणों की सम्पूर्ण जानकारी

ज्यादातर लोगों को कभी न कभी Eye Problems होती है। कुछ समस्याएं minor होती हैं और अपने आप ठीक भी हो जाती हैं, या उनका इलाज घर पर ही आसानी से हो सकता है। कुछ Eye Problems की देखभाल के लिए आपको एक विशेषज्ञ (Specialist) की जरूरत होती है।

चाहे आपकी दृष्टि वैसी न हो, जैसी पहले थी, या कभी इतनी बढ़िया थी ही नहीं, कुछ चीजें हैं जो आप अपनी आंखों के स्वास्थ्य को वापस पटरी पर लाने के लिए कर सकते हैं।

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देखें कि क्या इनमें से कोई भी Eye Problems का लक्षण आपको जाना पहचाना सा लगता है। और यदि है तो डॉक्टर से जांच कराएं कि क्या आपके लक्षण वास्तव में चिंताजनक हैं, जो कुछ दिनों में ठीक नहीं होने वाले।

आँखों में थकान (Eye strain)

जो कोई भी घंटों पढ़ता है, कंप्यूटर पर काम करता है, या लंबी दूरी की यात्रा करता है, वह इसके बारे में बता सकता है। ऐसा तब होता है जब आप अपनी आंखों से ज्यादा काम लेते हैं। जिससे आंखें थक जातीं हैं, और उन्हें भी आराम देने की आवश्यकता होती है।

अगर आपकी आंखों में खिंचाव महसूस हो रहा है, तो उन्हें थोड़ा विश्राम दें। यदि वे फिर भी थकी- थकी सी महसूस होती हैं, तो यह सुनिश्चित करने के लिए अपने चिकित्सक से संपर्क करें कि कोई अन्य समस्या तो नहीं है।

लाल आंखें (Red Eyes)

क्या आपकी आंखें लाल दिखती हैं, पर क्यों?

आंखों की सतह रक्त वाहिकाओं से ढकी होती है जो संक्रमित होने पर फैलती (Dilate) हैं। जिससे आपकी आंखें लाल दिखती है।

आंखों पर जोर देना, देर रात तक जागना, नींद की कमी या Allergy की वजह से भी हो सकती है। अगर आँख की चोट इसका कारण है, तो अपने डॉक्टर से इसकी जांच करवाएं।

लाल आंखें किसी अन्य Eye Problems का भी लक्षण हो सकती हैं, जैसे Pink Eye (Conjunctivitis) या वर्षों से बिना आंखों की सुरक्षा किये धूप में काम करना। यदि Over-the-Counter Eye drops से भी आराम नहीं होता है, तो अपने डॉक्टर को दिखाएं।

रतौंधी (Night Blindness)

क्या रात में कम या मुश्किल से दिखता है, खासकर गाड़ी चलाते समय? क्या Movie, Theater जैसी अंधेरी जगहों में अपना रास्ता खोजना मुश्किल होता है?

यह अपने आप में कोई Eye Problems नहीं है, बल्कि ये सब रतौंधी के लक्षण हैं। Myopia, Cataracts, Keratoconus और Vitamin A की कमी सभी एक प्रकार के रतौंधी का कारण बनते हैं, जिसे डॉक्टर ठीक कर सकते हैं।

कुछ लोगों को यह समस्या जन्मजात होती है, या यह Retina से जुड़ी एक Degenerative disease से पैदा हो सकता है, और आमतौर पर इसका इलाज नहीं किया जा सकता है। यदि आप भी इससे ग्रसित हैं, तो कम रोशनी वाली जगहों में आप अतिरिक्त सावधानी बरतें।

मंद दृष्टि /दृष्टि मंदता/कमज़ोर नज़र (Lazy Eye or Amblyopia)

lazy Eye, या Amblyopia तब होता है जब एक आंख ठीक से विकसित नहीं होती है। उस आंख की दृष्टि कमजोर होती है, और यह ” Lazy Eye ” इधर-उधर घूमती रहती है जबकि दूसरी आंख स्थिर रहती है। दूसरे शब्दों में, आपकी आंखें उसी दिशा में नहीं देखतीं, जैसी उन्हें देखनी चाहिए।

Amblyopia आमतौर पर जन्म से लेकर 7 साल की उम्र तक विकसित होती है। यह बच्चों में कम दृष्टि का प्रमुख कारण है। शायद ही कभी Lazy Eye दोनों आँखों को प्रभावित करती है।

यदि बचपन में ही Lazy Eye का पता लगाकर उसका इलाज किया जाए तो दीर्घकालिक दृष्टि की समस्याओं से बचा जा सकता है। खराब दृष्टि वाली आंख को आमतौर पर चश्मे या Contact lens या Patching therapy से ठीक किया जा सकता है।

भैंगापन (Cross Eyes) (Strabismus) and Nystagmus

भैंगापन जिसे (Cross Eyes) (Strabismus) कहते हैं, यह आंखों से जुड़ी एक Eye Problems है, जिसमें दोनों आँखों का (Align) ना होना, एक बिंदु पर केंद्रित ना हो पाना, अलग-अलग दिशाओं में देखना या अलग- अलग Points पर फोकस होना शामिल है।

यह समस्या अपने आप दूर नहीं होगी। आप कमजोर आंख की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए एक नेत्र चिकित्सक से Vision therapy की सलाह ले सकते हैं। इसे Surgically ठीक करने के लिए आपको एक नेत्र रोग विशेषज्ञ (Ophthalmologist), या नेत्र सर्जन विशेषज्ञ (Eye Surgeon) की आवश्यकता पड़ सकती है।

Nystagmus में आंख हर समय अपने आप हिलती या झूलती (Jiggle) रहती है। आपकी आंखों को मजबूत बनाने के लिए Vision therapy सहित कई उपचार मौज़ूद हैं। Surgery भी एक विकल्प हो सकता है। आपका डॉक्टर आपकी आंखों की जांच करके बता सकता है, कि कौन सा उपचार आपके लिए सबसे अच्छा हो सकता है।

रंग अन्धता (Color Blindness)

जब आप कुछ रंगों को पहचान नहीं सकते हैं, या उनके बीच के अंतर को बता नहीं बता सकते हैं (आमतौर पर लाल और हरा), तो आप Color Blind हैं। ऐसा तब होता है जब आपकी आंखों में Color cells नहीं होती हैं या काम नहीं करती हैं।

गंभीर होने पर आप केवल भूरे रंग के रंगों को पहचान सकते हैं, लेकिन ऐसा होना बहुत दुर्लभ है। अधिकांश लोगों को यह समस्या जन्मजात होती है, लेकिन कुछ मामलों में यह दवाओं और बीमारियों के कारण भी हो सकती है। आपका डॉक्टर आपको बता सकता है कि इसके लिए जिम्मेदार क्या है। महिलाओं की तुलना में पुरुषों में इसकी संभावना अधिक होती है।

एक Simple test से आपका Doctor इसका पता लगा सकता है। यदि यह जन्मजात है तो इसका कोई इलाज नहीं है, लेकिन विशेष चश्मा कुछ लोगों को कुछ हद तक रंगों के बीच अंतर बताने में मदद कर सकते हैं।

आंखों की सूजन (Uveitis)

यह बीमारियों के एक समूह का नाम है जो Uvea की सूजन का कारण बनता है। वह आंख की मध्य परत है जिसमें अधिकांश रक्त वाहिकाएं होती हैं।

ये रोग Eye tissue को नष्ट कर सकता है, और यहां तक कि आंखों के नुकसान का कारण भी बन सकता है। यह हर उम्र के लोगों को हो सकता है। इसके लक्षण कभी जल्दी दूर हो जाते हैं या लंबे समय तक भी बने रह सकते हैं।

AIDS, Rheumatoid arthritis, या Ulcerative colitis जैसी Immune system की समस्या वाले लोगों में Uveitis होने की संभावना सबसे अधिक हो सकती है। लक्षणों में शामिल हो सकते हैं:

  • धुंधली दृष्टि (Blurred vision)
  • आंख का दर्द
  • आँख लाल होना
  • प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता (Light sensitivity)

यदि ऊपर दिए गए लक्षण आपको हैं, और वे कुछ दिनों से लगातार बने हुए हैं, तो अपने चिकित्सक से मिलें। चिकित्सक आपके Uveitis के प्रकार के आधार पर आपका Treatment करेंगे, क्योंकि Uveitis के लिए विभिन्न प्रकार के उपचार होते हैं।

निकट दृष्टि दोष (उम्र से सम्बंधित) (Presbyopia)

ऐसा तब होता है जब आपकी दूर दृष्टि अच्छी होने के बावजूद, निकट की छोटी वस्तुओं और छोटे प्रिंट को स्पष्ट रूप से देखने में असमर्थ होते हैं। 40 या उससे अधिक की उम्र के बाद, आपको आसानी से पढ़ने के लिए किताब को अपनी आंखों से थोड़ा दूर रखना पड़ सकता है। जैसे आपकी बाहें बहुत छोटी हैं।

पढ़ने का चश्मा, Contact lenses, LASIK (Laser Eye Surgery), जैसी और अन्य प्रक्रियाओं का उपयोग निकट दृष्टि को बहाल करने के लिए किया जा सकता है।

निकट दृष्टिदोष (Eye defect से सम्बंधित) (Myopia)

Myopia को Refractive disorder के नाम से भी जानते हैं, जिसमें आप अपने निकट की वस्तुओं को स्पष्ट रूप से देख सकते हैं, लेकिन दूर की वस्तुएं धुंधली Blur दिखती हैं। जो लोग दो मीटर या 6.6 फीट की दूरी चीजें धुंधली या अस्पष्ट दिखाई देती हैं, उन्हें Myopia से पीड़ित माना जाता है।

यह तब होता है जब आपकी Eyeball बहुत लंबी हो या Cornea बहुत घुमावदार हो, तो आपकी आंख में प्रवेश करने वाला प्रकाश ठीक से Focus नहीं करेगा, और प्रकाश किरणों को गलत तरीके से मोड़ने (Refraction) का कारण बनता है। जिससे Image आपके Retina के बजाय उसके थोड़ा आगे बनती है। जिससे दूर की वस्तुएं धुंधली और अस्पष्ट दिखती हैं, लेकिन पास की वस्तुएं को देखने में कोई दिक्कत नहीं होती है।

निकट दृष्टिदोष के लक्षणों में शामिल हो सकते हैं:

  • दूर की वस्तुओं का धुंधला दिखना
  • आँखों को आंशिक रूप से बंद करने के बाद साफ़ और स्पष्ट रूप से दिखना
  • आंखों के तनाव Eye Strain के कारण होने वाला सिरदर्द
  • रात में वाहन चलाते समय देखने में कठिनाई

यदि आपको दूर की चीजें अस्पष्ट, धुंधली या स्पष्ट रूप से देखने में कठिनाई हो रही है तो आप Eye Doctor से मिलें, वह आपको अपनी दृष्टि को सही करने के लिए सही विकल्पों की सलाह दे सकता है।

दूर-दृष्टि दोष (Eye defect से सम्बंधित) (Hyperopia/Hypermetropia)

दूर-दृष्टि दोष, जिसे Hyperopia या Hypermetropia भी कहते हैं। यह आंख की एक Refractive disorder है, जिसमें दूर की वस्तुएं स्पष्ट दिखती हैं, लेकिन आस-पास की वस्तुएं धुंधली या अस्पष्ट दिखती हैं।

Cornea और Lens दोनों Images को सीधे आपके Retina की सतह पर केंद्रित करते हैं, (Ratina जो आपकी आंख का पिछला हिस्सा)। यदि आपकी आंख बहुत छोटी है, या Focusing करने की शक्ति बहुत कमजोर है, तो Image आपके रेटिना के बजाय उसके पीछे बनती है। इसलिए आपको चीजें धुंधली दिखाई देती हैं।

दूर-दृष्टि दोष के लक्षणों में शामिल हो सकते हैं:

  • आस-पास की वस्तुओं पर ध्यान केंद्रित करने में परेशानी
  • सिर दर्द
  • धुंधली दृष्टि
  • आंख पर जोर
  • पढ़ने या महीन काम करने के बाद थकान या सिरदर्द

यदि आपको नजदीक की वस्तुएं धुंधली या स्पष्ट रूप से देखने में दिक्कत हो रही है, तो आप Eye Doctor से मिलें, वह आपको सही विकल्पों की सलाह दे सकता है।

आँख के अंदर तैरते छोटे धब्बे (Eye floaters)

Eye floaters तब बनते हैं, जब Vitreous humour (एक चिपचिपा पदार्थ) आँख के पिछले हिस्से में जमा हो जाता है और दो-तिहाई आँख के हिस्से पर ‎कब्जा जमा लेता है। Eye Floaters छोटे-छोटे धब्बे होते हैं जो आपकी दृष्टि के अंदर तैरते हुए आपको बार-बार दिखते हैं, जब आप सफेद कागज या आसमान देख रहे होते हैं। यह एक ‎आंख या दोनों आंखों में भी हो सकता है।

यह आमतौर पर सामान्य होते हैं, लेकिन कभी-कभी वे अधिक गंभीर Eye Problems का संकेत हो सकते हैं, जैसे Retinal detachment। वह तब होता है जब आपकी आंख के पीछे का Retina नीचे की परत से अलग हो जाता है। जब ऐसा होता है, तो आप Floaters के साथ हल्की चमक भी देख सकते हैं या आपकी दृष्टि के किनारे पर एक गहरी छाया आ सकती है। कई बार Floaters के कारण पास की नजर में कमी होने लगती है।

यदि Spot या चमक के प्रकार या संख्या में परिवर्तन या परिधीय दृष्टि (Peripheral vision) में एक नया काला “पर्दा” (Curtain) दिखाई देता है, तो जल्दी से जल्दी अपने Eye Doctor से मिलें।

Dry Eyes (सूखी आंखें)

जब आपकी आंखें पर्याप्त आंसू नहीं बना पाती हैं, तब आपको ऐसा महसूस हो सकता है कि आपकी आंख में कुछ है और वह जल रहा है। गंभीर मामलों में, अत्यधिक सूखापन Loss of Vision का कारण बन सकता है।

यदि आपकी Eye Problems पुरानी है, तो आपको Dry Eye की बीमारी भी हो सकती है। आँखों को आंसू बनाने को बढ़ावा देने के लिए आपका Doctor Cyclosporine (Sequa, Restasis) या Lifitegrast (Xiidra) जैसी दवाओं का सुझाव दे सकते हैं।

आंखों से पानी बहना (Epiphora)

Epiphora जिसे आमतौर पर पानी वाली आंखों के रूप में जाना जाता है, ऐसा तब होता है जब आपकी आँखें अत्यधिक आंसू उत्पादन करती हैं। ऐसा कई कारणों से हो सकता है, आइए कुछ लक्षणों पर करीब से नज़र डालते हैं, जिन्हें आप अपनी आँखों में अनुभव कर सकते हैं, जैसे:

  • आँखों का लालपन
  • बढ़े हुए, visible blood vessels
  • बहुत ज्यादा दुःख या वेदना
  • तेज दर्द जो बर्दाश्त से बाहर हो
  • पलकों में सूजन का होना
  • धुंधली दृष्टि (Blurred vision) की वजह
  • प्रकाश संवेदनशीलता (Light sensitivity)

आंखों के आंसू आपकी आंखों को स्वस्थ और आरामदायक रहने में मदद करते हैं। हालांकि, अनियंत्रित तरीके से आंसू या आंखों से पानी आना आपकी सेहत और दैनिक जीवन को प्रभावित कर सकता है।

आंखों से अत्यधिक आंसुओं का बहाना किसी गंभीर Eye Problems का संकेत भी हो सकता है, जैसे कि Eye infection या Blocked tear duct। आप अपने Eye Doctor से मिलें वह अपने उपचार से इसमें सुधार कर सकता है।

आंखों की एलर्जी (Eye Allergy)

आंखों की एलर्जी को “Allergic Conjunctiva” भी कहा जाता है, जो एक सामान्य आंख की स्थिति है। Conjunctiva वह Tissue है, जो पलक के अंदर और Eyeball के बाहर एक परत बनाता है। यह tissue आपकी पलक और Eyeball को नम रखता है।

Allergic conjunctivitis तब होता है जब tissue में सूजन आ जाती है। आंखों की एलर्जी केवल एक ही आंख में नहीं, बल्कि दोनों आंखों में होती है।

आंखों की Allergy के कारण आमतौर पर Seasonal Allergy, Cosmetics या दवाओं के प्रति, गंदगी, धुआं, रसायन और क्लोरीन जैसे उत्तेजक पदार्थ (Stimulant) या धूल के कारण होती है।आंखों की Allergy संक्रामक नहीं है, और इसे दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलाया जा सकता है।

आंखों की Allergy से बचने का सबसे अच्छा विकल्प ये है कि आप उन चीजों से बचें जो आपकी आंखों की Allergy को trigger करते हैं। Allergy को दूर करने के लिए Over-the-Counter Medicine या Eye drops लें, यदि फिर भी परेशानी ख़त्म नहीं होती है, तो आप अपने डॉक्टर से मिलने में विलंब न करें।

मोतियाबिंद (Cataracts)

मोतियाबिंद आँखों की वह समस्या जिसमें धीरे-धीरे आँखों की रोशनी में धुंधलापन आने लगता है, जिससे दिखाई देना कम हो जाता है। एक Healthy lens कैमरे की तरह साफ होता है। जब प्रकाश lens से गुजरकर आपके Retina (जहां images बनती हैं) तक जाता है ।

जब आपको मोतियाबिंद होता है, तब प्रकाश इतनी आसानी से Retina तक नहीं पहुँच पाता है। परिणामत: आप ठीक से नहीं देख सकते हैं। मोतियाबिंद में आँख के lens पर एक सफ़ेद परत जम जाती है, जिससे आँखों की रोशनी धीरे-धीरे कम हो जाती है।

मोतियाबिंद अक्सर धीरे-धीरे बनते हैं, यह एक आँख में या फिर दोनों आँखों में भी हो सकता है। ये दर्द, लालिमा या आंखों में आंसू जैसे लक्षण पैदा नहीं करते हैं।

मोतियाबिंद जब छोटा रहता है तो आपकी दृष्टि को प्रभावित नहीं करता है। बढ़ने पर आपकी दृष्टि को प्रभावित करते हैं, तब Surgery ही एकमात्र इलाज होता है, आंखों की रोशनी को वापस लाने का।

आंख का रोग/काला मोतियाबिंद (Glaucoma)

आपकी आंख एक “Tyre” के समान होती है, आंख में द्रव के कुछ दबाव को सामान्य और सुरक्षित माना जाता है। लेकिन जब आंख में द्रव के दबाव का स्तर बढ़ जाता है, तब वो आपकी आँखों के Optic nerve को क्षतिग्रस्त कर सकता हैं। यह रोग किसी भी उम्र में किसी को भी हो सकता है, पर 60 साल या अधिक उम्र के लोगों में ज्यादा संभावना होती है।

Glaucoma मुख्यतः चार प्रकार के होते हैं – Congenital Glaucoma, open-Angle Glaucoma, closed Angle Glaucoma, secondary Glaucoma। जिन लोगों को यह होता है उनमें से अधिकांश में शुरुआती लक्षण या दर्द नहीं होता है। इसलिए अपनी आंखों की नियमित जांच करवाते रहना महत्वपूर्ण है।

Glaucoma के कारण आंख में दबाव बढ़ने की वजह से निम्न लक्षण महसूस हो सकते हैं –

  • आंख में चोट या लाल हो जाना
  • रक्त वाहिकाओं का अवरुद्ध होना
  • आंख की सूजन संबंधी विकार

Glaucoma Eye Problems के उपचार में Prescription, Eye drops और Surgery शामिल है।

Retina सम्बन्धी विकार (Retinal Disorders)

Retinal Disorders आपके Retina के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकते हैं, Retina आपकी आंख के पीछे एक पतली परत होती है जो कोशिकाओं से बनी होती है जो images को एकत्र करके उन्हें आपके मस्तिष्क तक पहुंचाती है।

रेटिना में लाखों प्रकाश-संवेदनशील कोशिकाएं (Light-sensitive Cells) और अन्य तंत्रिका कोशिकाएं (Nerve cells) होती हैं जो Images को एकत्र करके उन्हें आपके Optic nerve के माध्यम से मस्तिष्क तक पहुंचाती है। जिससे आप देख सकते हैं।

सामान्य Retinal Disorders और स्थितियों में शामिल हैं:

1. Retinal detachment – यह Eye Problems एक Emergency condition है, जिसमें Retina आंख के पीछे की परत से अलग होकर अपनी सामान्य स्थिति से दूर हो जाता है।

2. Diabetic retinopathy – आपकी आंख के पीछे की छोटी रक्त वाहिकाएं खराब हो सकती हैं, और Retina में और उसके नीचे द्रव का रिसाव हो सकता है।

3. Epiretinal membrane – Epiretinal membrane रेशेदार tissues की पतली, पारदर्शी परतें होती हैं जो Retina की आंतरिक सतह पर एक फिल्म बनाती हैं। यह membrane Retina पर खिंचती है, जो आपकी दृष्टि को विकृत कर देती है।

4. Spotted holes (Macular hole) – Macular hole एक Rare Eye condition है, जो आपकी आंख के पीछे Retina के केंद्र में एक छोटा सा दोष होता है। यह Retina और Vitreous के बीच असामान्य traction से विकसित हो सकता है।

5. Macular degeneration – Macular degeneration में आपके Retina का सेंटर खराब होने लगता है। यह Blurred central vision का कारण बनता है। यह दो प्रकार के होते है – Wet Macular Degeneration और Dry Macular Degeneration।

6. Retinitis pigmentosa – Retinitis pigmentosa एक दुर्लभ, अनुवांशिक बीमारी है, यह धीरे-धीरे Retina को प्रभावित करता है। Night Vision loss का कारण बनता है, नजर अंदाज करने पर आँखों की रोशनी जा सकती है।

यह बहुत ही महत्वपूर्ण है की इन स्थितियों का जल्द से जल्द पता लगाकर उनका इलाज कराना।

आँख का आना (Pinky Eye/ Conjunctivitis/ Madras Eye)

इस स्थिति में, tissue (Conjunctiva) जो आपकी पलकों के पीछे और आपके श्वेतपटल Sclera को ढकता है, में सूजन आ जाती है, जिसे साधारण भाषा में “आँख आना” भी कहते हैं। जिससे आँखों में लाली, खुजली, जलन, फटना, स्राव, या आपकी आंख में कुछ है ऐसा महसूस होना।

यह हर उम्र के लोगों को हो सकता है, इसका कारण है संक्रमण, Chemicals या किसी संक्रमित के संपर्क में आना, या Allergy शामिल हैं।

यह रोग आपको न हो इसके लिए संक्रमित व्यक्ति से दूर रहें और अपने हाथों को बार-बार धोएं।

Cornea सम्बन्धी विकार (Corneal Diseases)

Cornea आंख के सामने और केंद्र में एक Clear tissue है। इसकी Transparency प्रकाश को आंख में, पुतली, लेंस के माध्यम से आंख के पीछे Retina तक जाने देती है।

Cornea अक्सर चोट या बीमारी के बाद खुद को ठीक कर सकता है, लेकिन अधिक गंभीर स्थिति जैसे संक्रमण, रोग, क्षतिग्रस्त होना, Exposure to toxins में उपचार की आवश्यकता होती है।

Corneal Diseases के लक्षण इसके प्रकार और विशिष्ट कारणों पर निर्भर करते हैं। इसके लक्षणों और संकेतों में शामिल हो सकते हैं

  • आंख का दर्द
  • धुंधली दृष्टि
  • आँख की लाली
  • सिरदर्द

प्रकाश के प्रति अत्यधिक संवेदनशीलता

उपचार बीमारी की स्थिति और रोगी के अनुरूप होता है। स्थिति के आधार पर दवाएं, Laser treatment या Surgery शामिल हो सकते हैं।

पलकों की समस्या (Eyelid problems)

आंख के स्वास्थ्य के लिए ख़ासकर पलकें काफ़ी महत्वपूर्ण होती हैं। पलकें आंखों की सुरक्षा, Foreign objects जैसे धूल और रेत को रोकने, प्रकाश की मात्रा को सीमित करने और आँसू को फैलाने और निष्कासन में सहायता प्रदान करती हैं।

दर्द, खुजली, फटना, चिपचिपी पलकें, कीड़े के काटने, चोट या Operation से सूजन और प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता Sensitivity पलकों की समस्याओं के सामान्य लक्षण हैं, जो अपने आप ठीक हो जाते हैं।

सभी Eyelid problems गंभीर नहीं होते हैं। लेकिन अगर आपने अपनी एक या दोनों पलकों में कुछ अलग Notice किया है, तो नीचे दे गई पलकों से जुड़ी समस्याओं (Eyelid disorders) को अवश्य देखें –

1. Asymmetric eyes – अगर आपका चेहरा संतुलित Symmetric नहीं है तो आपकी पलकें भी असंयमित asymmetric हो सकती हैं, यह सामान्य है।

2. Blepharitis – यदि आपको Blepharitis है, तो आपकी पलकों में सूजन आना, लाल, सूजा हुआ या खुजलीदार बना सकता है।

3. Blepharochalasis – आपकी पलकों की त्वचा लटकने लगती है, इसका कारण बढ़ती उम्र या Genetics होता है।

4. Glaucoma – आपकी पलकों में ऐंठन होना या अनैच्छिक (Involuntary) रूप से झपकती हैं।

5. Lump in the Eyelid gland – आपकी पलक पर सूजी हुई मटर जितनी छोटी गांठ है। यह आमतौर पर दर्द रहित होती है।

6. Dermatochalasis – यह Eye Problems तब होती है, जब आपकी पलकों की त्वचा और मांसपेशियां ढीली हो जाती हैं।

7. Ectropion – Ectropion का मतलब आपकी निचली पलक कमजोर होकर लटक जाती है, जिससे आपकी पलकें पूरी तरह से बंद नहीं हो पाती हैं।

9. Entropion – यह Ectropion की तरह है। लेकिन इसमें पलकें बाहर की बजाय आँख के अंदर घुस जाती है, और जलन पैदा करती हैं।

10. Graves’ eye disease (Thyroid Eye disease) – यह एक autoimmune स्थिति तब होती है, जब Thyroid gland अधिक Thyroid hormone का निर्माण करती है।

11. Pinky Eye (Conjunctivitis) – Pink Eye सूजन या संक्रमण से होती है, जो आपकी Eyelid और आपकी आंखों के सफेद हिस्से को प्रभावित करता है।

12. Ptosis – यह Blepharitis के समान है। आपकी पलकों के नीचे की मांसपेशियों के लटकने का कारण आंख की चोट या मधुमेह जैसी बीमारियां हो सकती हैं।

13. Stye – Stye जिसे “Hordeolum” भी कहते हैं, आपकी आँख के अंदर या बाहरी पलक पर छोटी फुंसी या फोड़े की तरह दिखती है।

14. Xanthelasma – इसमें आपकी पलकें Cholesterol से भर जाती हैं। यह उनको होता है जिनका Cholesterol या Triglyceride का स्तर अधिक होता है।

Eyelid disorder के उपचार में उचित सफाई (नियमित रूप से हाथों और आँखों को धोना, आँखों को रगड़ने से बचें), दवा या Surgery भी शामिल हो सकती है।

20 दृष्टि परिवर्तन (Vision change)

जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, आपने महसूस किया होगा कि आप पहले की तरह नहीं देख पा रहें हैं। यह बहुत ही सामान्य है। ऐसे में आपको शायद चश्में या Contact lens की आवश्यकता होगी। आप इसके लिए Surgery (LASIK) चुन सकते हैं। यदि आपके पास पहले से ही चश्मा है, तो आपको Prescription की आवश्यकता हो सकती है।

Eye Problems की अन्य अधिक गंभीर स्थितियां भी आपकी उम्र के अनुसार ही होती हैं। Macular degeneration (Retina का कमजोर होना), Glaucoma और मोतियाबिंद जैसे Eye Problems दृष्टि की समस्या पैदा कर सकते हैं। इन सभी विकारों में लक्षण बहुत भिन्न होते हैं, इसलिए अपनी आंखों की नियमित जांच कराते रहें।

कुछ Vision change खतरनाक हो सकते हैं और उन्हें तत्काल चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता होती है। अन्यथा आपकी दृष्टि अचानक से जा सकती है, या आपको धुंधला दिख रहा हो, भले ही वह अस्थायी क्यों न हो, आप तुरंत अपने Doctor से मिलें।

Problems with Contact lenses

यह बहुत अच्छे से काम करते हैं, लेकिन इन्हें भी देखभाल की आवश्यकता होती है। उन्हें छूने से पहले अपने हाथों को धो लें। Contact lenses के साथ आए Care guidelines के साथ-साथ इन नियमों का भी पालन करें:

  • इन्हें कभी भी मुंह में डालकर गीला न करें. इससे संक्रमण की संभावना अधिक हो सकती है।
  • आपके lens ठीक से फिट हुए हैं या नहीं ये सुनिश्चित करें, ताकि आंखों को तकलीफ न हो।
  • Contact lens के लिए सुरक्षित Eye drops का उपयोग करें।
  • Contact lens लगाकर ना सोएं, ऐसा करने से गंभीर संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।

यदि ऊपर दी गई guidelines के बावजूद आपको Contact lens के साथ समस्या है, तो अपने Eye doctor से मिलें।

अंत में…

Eye Problems से आप अपनी दृष्टि की रक्षा के लिए अपनी आंखों की देखभाल अच्छी तरह से करें। चोटों से बचने के लिए हमेशा आंखों की सुरक्षा का उपाय करें, और अपनी आंखों को UV rays से बचाने के लिए धूप का चश्मा पहनें।

40 से अधिक उम्र के लोगों को हर दो साल में अपनी आंखों की जांच करवानी चाहिए और 60 से अधिक उम्र के लोगों को हर साल अपनी आंखों की जांच करवानी चाहिए।

 

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Disclaimer

यह Article केवल शिक्षा के उद्देश्य से बीमारियों और स्वास्थ्य के विषय में लोगों को जागरूक करने के लिए है। हमेशा कोशिश रहती है कि हर Article संपूर्ण और सटीकता से परिपूर्ण हो। इस Blog पर मौजूद किसी भी सलाह, सुझावों को निजी स्वास्थ्य के लिए उपयोग में लाने से पहले अपने चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।

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Ashok Kumar
Ashok Kumar

नमस्कार दोस्तों,
मैं एक Health Blogger हूँ, और स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों के बारे में शोध-आधारित लेख लिखना पसंद करता हूँ, जो शिक्षाप्रद होने के साथ प्रासंगिक भी हों। मैं अक्सर Health, Wellness, Personal Care, Relationship, Sexual Health, और Women Health जैसे विषयों पर Article लिखता हूँ। लेकिन मेरे पसंदीदा विषय Health और Relationship से आते हैं।

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