त्वचा के प्रकार की पहचान कैसे करें? क्या है इसकी देखभाल के तरीके

दोस्तों, आज के लेख का शीर्षक है “त्वचा के प्रकार की पहचान कैसे करें? क्या है इसकी देखभाल के तरीके” यह लेख आजकल की महिलाओं और नवयुवतियों से जुड़ी Problem के बारे में है। क्योंकि इसका सीधा संबंध उनकी खूबसूरती से जुड़ा होता है और चमकती दमकती त्वचा से ही उनका सौन्दर्य परिभाषित होता है ।

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क्योंकि स्वस्थ त्वचा हमारे शरीर का एक सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है, फिर चाहे आपकी उम्र, त्वचा का रंग या प्रकार कुछ भी हो। शायद आपको पता नहीं कि आपकी त्वचा आपके लिए कितनी महत्वपूर्ण है – न केवल सुंदर दिखने के लिए, बल्कि आपके सामान्य स्वास्थ्य के लिए भी। त्वचा के प्रकार की जानकारी के अभाव में, ना तो आप इसकी सही से देखभाल कर पायेंगी और ना ही Makeup के लिए Beauty Products का चुनाव कर पायेंगी।

त्वचा के बारे में थोड़ी सी जानकारी

सामान्य तौर पर त्वचा पांच प्रकार की होती है- सामान्य त्वचा, शुष्क त्वचा, तैलीय त्वचा, मिश्रित त्वचा और संवेदनशील त्वचा। इन पांचो प्रकार की त्वचा की देखभाल अलग-अलग तरह से होती है। हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण और सबसे बड़ा भाग हमारी त्वचा होती है। जो हमारे शरीर को एक आवरण की तरह ढंके रहती है, बाहरी त्वचा की परत को Epidermis (अधिचर्म या बाह्यत्वचा) कहते हैं। यह हमारे शरीर का Insulation है, जिसका कार्य है गर्मी से बचाना, तापमान नियंत्रण, सवेंदना (Sensing), Vitamin D का संकलन और संरक्षण करना है।

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आजकल बहुत से लोग त्वचा की समस्या से परेशान हैं खासकर महिलायें और नवयुवतियां, आपकी त्वचा तभी जवाँ दिखेगी जब आप स्वस्थ रहेंगी। त्वचा की गुणवत्ता को कैसे बढ़ाया जा सकता है? त्वचा के प्रकार को जानकर और उसकी सही तरीके से देखभाल करके। लेकिन आपको अपनी त्वचा का प्रकार नहीं पता है तो यह लेख आपके लिए ही है, इस लेख में मैं आपको बताऊंगा कि त्वचा के प्रकार की पहचान कैसे करें और देखभाल के तरीके।

क्या आप जानते हैं आपनी त्वचा का प्रकार?

मान लेते हैं कि आपकी त्वचा शुष्क, तैलीय या संवेदनशील है, लेकिन क्या आप सच में अपनी त्वचा के प्रकार को जानते हैं? एक अनुभवी Beautician ही आपकी वास्तविक त्वचा के प्रकार को ठीक से बता सकता है।

दरअसल, इंटरनेट पर बताये गए नुस्ख़ों का इस्तेमाल करेंगी तो त्वचा में सूजन, रूखापन या अन्य त्वचा संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। क्योंकि आपको पता ही नहीं है कि आपकी त्वचा का प्रकार क्या है? – इसलिए त्वचा की संरचना को जवां बनाए रखने के लिए पहले त्वचा के प्रकार को समझें, ताकि आपकी सुंदर-चमकदार त्वचा का नूर बरकरार रहे।

अपनी त्वचा के प्रकार की पहचान कैसे करें?

आप अपनी त्वचा का प्रकार कैसे जान सकती हैं, इसके लिए हम यहाँ कुछ आसान से टेस्ट बताएंगे। जैसे Tissue Paper Test, Tape Test and Mirror Test जिसकी मदद से आप आसानी से घर पर ही अपनी त्वचा के प्रकार की पहचान कर सकती हैं।

Tissue Paper Test (पहला तरीका)

अब आप सोच रही होंगी कि Tissue Paper से हमें अपनी त्वचा का प्रकार जानने में कैसे मदद मिलेगी? आप सुबह उठकर बिना मुँह धोये Tissue Paper को माथे, गाल और नाक पर रखकर हल्के से दबाएं फिर, उजाले में आप उस Tissue Paper का निरीक्षण करें।

  1. सामान्य त्वचा – अगर Tissue Paper पर कोई दाग या धब्बा नजर ना आये और आपका चेहरा साफ़ व मुलायम हो तो इसे सामान्य त्वचा कहते है। कोमल, नाजुक और चिकनी बेदाग त्वचा ये सब सामान्य त्वचा की निशानी हैं।
  2. शुष्क त्वचा- इसमें Tissue Paper में कोई पारदर्शिता नहीं दिखाई देती है लेकिन त्वचा नमीमुक्त और खिंची-खिंची सी महसूस होती है, यह शुष्क त्वचा की पहचान है। इस प्रकार की त्वचा को सबसे ज्यादा खतरा Wrinkles और Aging का होता है।
  3. तैलीय त्वचा- Tissue Paper से चेहरा पोछतें ही टिश्यू पेपर में ऑइल के धब्बे नजर आये तो समझ लीजिए आपकी त्वचा तैलीय है, इसमें वसामय ग्रंथि से वसा का स्त्राव अधिक होता है।
  4. मिश्रित त्वचा- Tissue Paper से पोंछने पर चेहरे के कुछ भाग (T-zone) में ऑइल और बाकी भाग में रूखापन नजर आता है तो यह मिश्रित त्वचा की पहचान है।

यदि आपकी त्वचा पर जलन या संवेदनशीलता महसूस होती है तो आपकी त्वचा सवेंदनशील है।

Tape Test (दूसरा तरीका)

आप किसी भी Regular clear tape (जैसे Wrapping tape) से भी अपनी त्वचा के प्रकार का पता लगा सकती हैं। यहाँ नीचे Tape से त्वचा के प्रकार का Test करने का तरीका बताया गया है:

अपने चेहरे को किसी Soft Cleanser से साफ़ करें।

चेहरे को तौलिये से हल्के से सुखाएं और चेहरे पर कुछ भी ना लगाएं।

इसके बाद ३0 मिनट तक इंतज़ार करें।

Tape लेकर इसे अपने चेहरे पर कनपटी से लेकर कनपटी तक नाक के ऊपर से गुजारकर चिपका दें। फिर 5 मिनट तक प्रतीक्षा करें।

Tape को धीरे से निकालें और चिपकने वाली सतह का बारीकी से निरीक्षण करें।

यदि आपकी त्वचा सामान्य है, तो Tape आसानी से चिपक जाएगा। यदि आपकी त्वचा तैलीय है, तो Tape इधर-उधर खिसक सकता है क्योंकि तेल इसे सीधे आपकी त्वचा से चिपकने से रोकता है। अगर आपकी त्वचा शुष्क है, तो Tape से हटाई गई सूखी त्वचा के टुकड़े (flakes) चिपके दिखाई दे सकते हैं।

Mirror Test (तीसरा तरीका)

इस Test में आप सिर्फ Mirror का उपयोग करके आसानी से अपनी त्वचा के प्रकार की पहचान कर सकती हैं। हालाँकि, इस Test के लिए कुछ शर्तें हैं जिनका पालन करना जरूरी है।

  1. Test से एक घंटा पहले आप अपना चेहरा नहीं धो सकती हैं।
  2. Test करने से आधा घंटा पहले धूप में बाहर न जायें या कोई भी शारीरिक गतिविधि ना करें जिससे कि आपको पसीना आये। Test से 1घंटा पहले Air Conditioner कमरे से बाहर आ जायें।

कैसे करें

आपको अपने चेहरे को एक साफ Mirror पर दबाना है। सबसे पहले आपको माथा, नाक, और ठुड्डी को Mirror पर एक ही लाइन में दबाना है। उसके बाद, अपने चेहरे को घुमाते हुए बाएँ गाल को Mirror पर दबाएं, ठीक वैसे ही दाएं गाल को भी दबाएं। जरूरी बात, आप इस चीज का ख्याल रखें कि आपके चेहरे का हर हिस्सा Mirror के संपर्क में आये।

परिणाम

  1. शुष्क त्वचा- अगर आपके चेहरे पर तेल के निशान नहीं हैं मगर आईने के संपर्क में आने पर चेहरे के बाल खड़े हो जाते हैं, तो आपकी त्वचा शुष्क है। शुष्क त्वचा से Static electricity उत्पन्न होने के कारण बाल खड़े हो जाते हैं। रूखेपन की वजह से चेहरे पर महीन रेखाओं के साथ झुर्रियां भी दिखती हैं।
  2. तैलीय त्वचा- यदि चेहरे पर T-zone के साथ गालों पर भी तेल के निशान हैं तो आपकी त्वचा तैलीय है। खुले रोमछिद्र और चमकता चेहरा भी इसके लक्षण हैं।
  3. मिश्रित त्वचा- सिर्फ T-zone (माथे, नाक और ठुड्डी) पर तेल के निशान मिलते हैं, तो आपकी त्वचा मिश्रित है। यह सबसे सामान्य त्वचा का प्रकार है। T-zone चेहरे के बाकी हिस्सों की अपेक्षा ज्यादा तैलीय होता है, क्योंकि यहीं पर तेल ग्रंथियां सबसे अधिक मौजूद होती हैं। गाल सूखे पर नाक, माथा तैलीय रहता है।
  4. संवेदनशील त्वचा- यह एक अस्पष्ट प्रकार की त्वचा होती है, जिसे सिर्फ एक Test से आप पता नहीं लगा सकते हैं। संवेदनशील त्वचा तैलीय और शुष्क दोनों तरह की हो सकती है। Mirror पर अपने चेहरे को थोड़ी देर तक दबाकर रखें; यदि यह लाल हो जाती है या कुछ जलन महसूस होती है, तो आपकी त्वचा संवेदनशील है। संवेदनशील त्वचा अधिकांशतः Beauty Products के अनुकूल नहीं होती है।

Tip :- ऊपर दिये गये सारे Test को आप एयर कंडीशनिंग कमरे में नहीं कर सकती हैं, सामान्य तापमान वाले कमरे में ही करें। क्योंकि Air Conditioner से त्वचा शुष्क हो जाती है, जिसके कारण वांछित परिणाम हासिल नहीं हो सकता है।

त्वचा मूलतः पांच प्रकार की होती है:

  1. सामान्य त्वचा (Normal Skin)

  2. शुष्क त्वचा (Dry Skin)

  3. तैलीय त्वचा (Oily Skin)

  4. मिश्रित त्वचा (Combination Skin)

  5. संवेदनशील त्वचा (Sensitive Skin)

सामान्य त्वचा की पहचान कैसे करें?

सामान्य त्वचा (Normal Skin)

‘सामान्य’ एक शब्द है जिसका प्रयोग बहुत से लोग संतुलित या अच्छी त्वचा के लिए करते हैं। संतुलित त्वचा को Eudermic कहते हैं। संतुलित त्वचा में चेहरे का T-zone जैसे माथा, ठुड्डी और नाक थोड़ा तैलीय हो सकता है, लेकिन कुल मिलाकर त्वचा की नमी और Sebum की मात्रा संतुलित होती है। मतलब त्वचा न ज्यादा तैलीय होती है और न ही ज्यादा रूखी।

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सामान्य त्वचा के प्रकार की पहचान के लक्षण

  • सूक्ष्म रोम छिद्र
  • अच्छा रक्तसंचार
  • मखमली, कोमल और चिकनी बनावट
  • चेहरे पर हल्की गुलाबी रंगत
  • बेदाग त्वचा
  • संवेदनशीलता से परे

सामान्य त्वचा वाले व्यक्ति की उम्र बढ़ने के साथ साथ उनकी त्वचा भी शुष्क हो सकती है। उसके बारे में अभी से सोचकर परेशान ना हों, ऐसे में जब आपके पास स्वस्थ और शानदार दिखने वाली त्वचा है। कोमल, नाजुक, चिकनी और बेदाग त्वचा ये सब स्वस्थ और सामान्य त्वचा की निशानी हैं।

शुष्क त्वचा की पहचान कैसे करें?

शुष्क त्वचा (Dry Skin)

शुष्क त्वचा के लिए ‘Dry’ शब्द का प्रयोग करते हैं, इसमें सामान्य त्वचा की तुलना में कम Sebum (तेल) पैदा होता है। Sebum कम या ना बनने के कारण, शुष्क त्वचा में चिकनापन या तैलीयता नहीं होती है। जो त्वचा में नमी बनाए रखने के लिए आवश्यक होता है ताकि आपकी त्वचा बाहरी असर से बची रहे। शुष्क त्वचा की गंभीरता इसके विभिन्न स्वरूपों में मौजूद होती है और इसकी स्थिति बदलती रहती है जो अमूमन स्पष्ट रूप से पहचानने योग्य नहीं होती हैं।

पुरुषों की तुलना में महिलायें शुष्क त्वचा से ज्यादा परेशान रहती हैं, हालांकि, उम्र बढ़ने के साथ साथ सभी प्रकार की त्वचा सूख जाती है। शुष्क त्वचा होना एक सामान्य समस्या है और 40% मामलों में इसकी सही जानकारी Dermatologist के पास जाने से ही मिलती है।

शुष्क त्वचा के कारण

त्वचा में नमी का कारण त्वचा की गहरी परतों में पानी की आपूर्ति और पसीने पर निर्भर करती है। जिनके जरिये त्वचा में हमेशा पानी की कमी बनी रहती है वो ये हैं:

  • पसीना: गर्मी, तनाव और गतिविधियों के कारण हमारे शरीर से पानी निकल जाता है।
  • प्राकृतिक संतृप्त कारकों (एनएमएफ) की आवश्यकता: यूरिया, अमीनो एसिड और लैक्टिक संक्षारक – जो त्वचा में पानी को बांधकर रखते हैं। एपिडर्मल लिपिड जैसे कि सेरामाइड्स, असंतृप्त वसा, और कोलेस्ट्रॉल बहुत आवश्यक हैं ताकि ऊपरी त्वचा निरोगी और सही तरह से कार्य करती रहे।
  • Trans-Epidermal water loss (TEWL): त्वचा का सामान्य पर काम करने का निष्क्रिय तरीका, जो त्वचा की गहरी परतों के एक बड़े हिस्से में एक लीटर पानी को कई दिनों में फैलाती है।

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शुष्क त्वचा के प्रकार की पहचान के लक्षण

शुष्क त्वचा की भिन्नता के अंतर को सामान्य तरीके से समझ सकते हैं:

  1. सामान्य शुष्क त्वचा
  • खिंची हुई, कमजोर, रूखी महसूस होगी, निस्तेज दिखती है।
  • त्वचा में चमक या स्थिरता में कमी।
  1. बहुत शुष्क त्वचा

इस तरह के सूखेपन का इलाज नहीं हो सकता है, और त्वचा ऐसी बन सकती है:

  • पपड़ी या परतदार दाग
  • एक रूखा और गन्दा रूप-रंग (अपनी उम्र से अधिक परिपक्व दिखना)
  • समझने योग्य जलन
  • यह किसी भी गड़बड़ी, लालिमा और बीमारी के प्रति बहुत अधिक संवेदनशील होती है।
  1. अत्यधिक शुष्क त्वचा

शरीर के कुछ भाग विशेष रूप से हाथ, पैर, कोहनी और घुटने:

  • कठोरता
  • दरार बन के फटना
  • घट्टा पड़ना (त्वचा का कठोर होना)
  • पपड़ी बनना
  • खुजली होना

इस तरह की शुष्क त्वचा आमतौर पर बुजुर्गों के रूखे सूखे हाथों पर पाई जाती है। Internal और External factors त्वचा के Hydration System को बिगाड़ सकते हैं। पैरों के निचले हिस्से में हवा लगने के कारण सूखने और फटने लगते हैं।

तैलीय त्वचा की पहचान कैसे करें?

तैलीय त्वचा (Oily Skin)

तैलीय के लिए ‘Oily’ शब्द का प्रयोग करते हैं, इसमें सामान्य त्वचा की तुलना में बहुत ज्यादा Sebum (तेल) पैदा होता है। जिसे Seborrhea (Sebaceous glands की अतिसक्रियता) कहते हैं।

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तैलीय त्वचा के कारण

  • आनुवंशिकी
  • हार्मोन्स में परिवर्तन या असंतुलन
  • दवायें
  • तनाव
  • Comedogenic Makeup Products

तैलीय त्वचा के प्रकार की पहचान के लक्षण

  • बढ़े हुए, आसानी से दिखने वाले रोमकूप
  • शीशे के जैसी चमक
  • मोटी, कांतिहीन त्वचा
  • मुहांसों से भरा चेहरा
  • चेहरे पर बदसूरत दाग-धब्बे

तैलीय त्वचा में मुंहासों (Blackheads और Whiteheads) के होने का अधिक खतरा होता है। मुहांसे चेहरे के साथ साथ गर्दन, कंधे, पीठ और छाती पर भी दिखाई दे सकते हैं। गंभीर मामलों में, papules (छोटे छोटे दानों से भरा या फुन्सी) और pustules (फुंसियों से ढँका हुआ) दिखाई देती हैं, और जिसकी वजह से त्वचा लाल और ख़राब हो जाती है।

मिश्रित त्वचा की पहचान कैसे करें?

मिश्रित त्वचा (Combination Skin)

मिश्रित त्वचा क्या है? यदि आपके चेहरे का कुछ हिस्सा शुष्क है और कुछ भाग तैलीय है, तो आपको इससे पता लग जायेगा कि आपकी त्वचा मिश्रित है या नहीं। विशेष रूप से आपका T-Zone (माथा, नाक और ठुड्डी) अधिक तैलीय है, क्योंकि त्वचा के अंदर तेल बनाने वाली ग्रंथियां यहीं सबसे अधिक सक्रिय होती हैं। इसके अलावा आपके गाल और आंखों के आसपास की त्वचा T-Zone की तुलना में अधिक शुष्क है। तो इसका सीधा सा मतलब है कि? आपकी त्वचा मिश्रित है।

मिश्रित त्वचा के प्रकार की पहचान के लक्षण

  • तैलीय टी-ज़ोन (माथा, ठुड्डी और नाक)
  • T-Zone में बढ़े हुए रोमकूप
  • सूखे गाल

तैलीय T-Zone (माथा, ठुड्डी और नाक) और सूखे गाल मिश्रित त्वचा की निशानी है। मिश्रित त्वचा में सीबम सिर्फ तैलीय भाग (T-Zone) में बनता है, शुष्क हिस्सों में यह कम या ना के बराबर बनता है।

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संवेदनशील त्वचा की पहचान कैसे करें?

संवेदनशील त्वचा (Sensitive Skin)

संवेदनशील त्वचा बहुत आसानी से Irritated हो जाती है और यह सामान्य त्वचा की तुलना में अधिक Reactive होती है। संवेदनशील त्वचा होना कोई गंभीर समस्या नहीं है। बस अन्य त्वचा के मुकाबले इसमें जलन, खुजली, चुभन, झुनझुनी, रैशेज व खिंचाव अधिक महसूस होता है। लक्षणों की पहचान से त्वचा की स्थिति का अंदाजा लगाकर इसकी सही देखभाल करें।

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संवेदनशील त्वचा के प्रकार की पहचान के लक्षण

  • त्वचा का पर लाल रेशेस या चकत्तों का बनना
  • त्वचा में खुजली का होना
  • दाग या मुहासों का होना
  • त्वचा का शुष्क या तैलीय होना
  • त्वचा का फूलना
  • झुनझुनी होना
  • किसी भी Chemical या Makeup Products के प्रति संवेदनशीलता

अन्य त्वचा की अपेक्षा संवेदनशील को ज्यादा साफ़ सफाई और देखभाल की जरुरत होती है। यदि आपकी त्वचा संवेदनशील है, तो इसके Irritated होने के कारणों का पता लगाकर उनसे बचने की कोशिश करें। संवेदनशील त्वचा पर आप किसी भी प्रकार का Makeup Products का इस्तेमाल नहीं कर सकते है। इस प्रकार की त्वचा को ज्यादा सुरक्षा की जरुरत होती है।

त्वचा की देखभाल के तरीके

  • स्वस्थ्य त्वचा पाने के लिए अपने खानपान पर ध्यान दें। इससे आपकी त्वचा भी सुंदर, निरोगी बनी रहेगी। आप हरी पत्तेदार सब्जी का ही प्रयोग ज्यादा करें।
  • फल व नारियल पानी का सेवन अधिक मात्रा में करें।
  • शरीर में पानी की कमी ना होने दें। इसके लिए आप दिनभर में 8-10 गिलास पानी पियें ताकि शरीर में पानी का संतुलन बना रहे। जिससे आपकी त्वचा की Energy और Glow दोनों बनी रहेगी।
  • धूम्रपान बिलकुल न करें इससे भी हमारी त्वचा पर बुरा असर पड़ता है।
  • धूप में निकलने से पहले अपनी त्वचा पर Sunscreen Lotion का प्रयोग जरूर करें यह आपकी त्वचा को धूप से बचायेगा।
  • रात में सोने से पहले गुलाबजल से साफ़ करें। जिससे आपकी त्वचा साफ और Hydrated (नमीयुक्त) रहेगी।

अंत में…

त्वचा के प्रकार और स्थिति का मूल्यांकन

त्वचा के प्रकार के प्रतिकूल, आपके आने वाले समय में आपकी त्वचा की स्थिति में बहुत बदलाव आ सकते हैं। क्योंकि इसकी स्थिति को निर्धारित करने में कई Internal और External factors जैसे Climate और प्रदूषण, दवा, तनाव और वंशानुगत कारक जिम्मेदार होते हैं। जो सीबम, पसीने और Natural Moisturizing जैसे factors के स्तर को प्रभावित करते हैं।

इसलिए Skincare Products का चयन हमेशा त्वचा के प्रकार को ध्यान में रखते हुए उसी से मेल खाता होना चाहिए। Dermatologists और Skincare Specialists भी इन सब factors को ध्यान में रखते हुए ही किसी व्यक्ति की त्वचा के प्रकार की स्थिति का निर्धारण करते हैं। उन्ही factors के मद्देनजर Dermatologists भी किसी इलाज या दवा की सलाह देते हैं।

 

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Disclaimer

यह लेख केवल शिक्षा के उद्देश्य से बीमारियों और स्वास्थ्य के बारे में लोगों को सचेत करने का एक साधन मात्र है। हमेशा कोशिश रहती है कि हर लेख संपूर्ण और सटीकता से परिपूर्ण हो।इस Blog पर मौजूद किसी भी सलाह, सुझावों को निजी स्वास्थ्य के लिए उपयोग में लाने से पहले अपने चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।

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Ashok Kumar
Ashok Kumar

नमस्कार दोस्तों,
मैं एक Health Blogger हूँ, और स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों के बारे में शोध-आधारित लेख लिखना पसंद करता हूँ, जो शिक्षाप्रद होने के साथ प्रासंगिक भी हों। मैं अक्सर Health, Wellness, Personal Care, Relationship, Sexual Health, और Women Health जैसे विषयों पर Article लिखता हूँ। लेकिन मेरे पसंदीदा विषय Health और Relationship से आते हैं।

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