भारत के प्रसिद्ध शीतकालीन व्यंजन – क्या आपने कभी चखे हैं?

वैसे तो भारत में सदियों से पारंपरिक खाना बनाने और खिलाने का एक वैभवशाली इतिहास रहा है, इसलिए भारत के प्रसिद्ध शीतकालीन व्यंजन और खाद्य पदार्थों की फेहरिस्त काफी लंबी है। अब जबकि सर्दी भी अपने पूरे रंग में आ चुकी है, तो इस ठंड के मौसम में गर्म, मसालेदार और स्वादिष्ट भोजन बनाने और खाने के लिए तैयार हो जाएँ। ठंड में शरीर को गर्म रखने के लिए अतिरिक्त कैलोरी की आवश्यकता होती है, और ऐसे खाद्य पदार्थों की जो प्रतिरक्षाशक्ति बढ़ाने के साथ-साथ स्वस्थ पोषक तत्व भी प्रदान करते हों, तो ऐसे व्यंजन या पकवान हमारे शीतकालीन आहार की सूची में होंने ही चाहिए।

परोसी गयी पंजाबी शाकाहारी भोजन की एक थाली

पूरे देश में तापमान धीरे धीरे गिरना शुरू हो चुका है। ठंडी सर्द हवा की लहरें गांवों और शहरों को अपने आगोश में ले रही हैं, स्वेटर, जैकेट, कार्डिगन और मफलर अलमारी से निकलने लगे हैं। भारत में सर्दियों के खाने में बहुत विविधता होती है, और हम में से ज्यादातर लोग गर्म, चटपटा और मसालेदार खाना चाहते हैं। और क्यों नहीं! क्या आपने महसूस नहीं किया है, कि सर्दियों के दौरान आपकी भूख भी बढ़ जाती है।

यहाँ नीचे कुछ सर्दियों के प्रसिद्ध व्यंजन दिए गये हैं, जो हमारी भारतीय शीतकालीन भोजन सूची का एक अहम हिस्सा हैं! इन अद्भुत और स्वाद में अनूठे भारत के प्रसिद्ध शीतकालीन व्यंजनों को आप कम से कम एक बार जरूर आजमाएं।

1 गाजर का हलवा

सफ़ेद कटोरी में मेवे से सजाकर रखा गया गाजर का हलवा

गाजर का हलवा एक प्रसिद्ध शीतकालीन व्यंजन है, जिसे सर्दियों के दौरान हर घर में खाना पसंद किया जाता है। यह मिठाई उत्तर भारत में काफी मशहूर है और सर्दी के मौसम में लगभग हर घर में बनायी जाती है। सर्दियों में लाल गाजर हलवा बनाने के लिए बेस्ट होती है, कद्दूकस की हुई गाजर में चीनी, दूध, देसी घी और इलाइची डालकर बनाया जाता है।

हलवे में डाला गया खोया, और ड्राई फ्रूट्स इसके स्वाद को कई गुना बढ़ा देते हैं। गर्मागरम परोसे जाने वाले इस हलवे को देखकर आप खाने से खुद को रोक नहीं पाएंगे!

2 सरसों का साग

मक्के की रोटी के साथ परोसा गया सरसों का साग

यह भारत के उत्तरी क्षेत्रों में, प्रसिद्ध शीतकालीन खाद्य पदार्थों में से एक है। विशेष रूप से पंजाब में सरसो का साग एक प्रचलित और पारंपरिक व्यंजन है, जो पोषण से भरपूर है। इसे हरी सरसों के पत्तों से तैयार किया जाता है और घी चुपड़ी मक्के की रोटी के साथ गरमागरम परोसा जाता है।

सरसों का साग में ऊपर से ढेर सारा मक्खन डालते हैं, जो इसकी स्वादिष्टता को और बढ़ा देता है। गावों में माँएं बहुत प्यार से इसे बनातीं और खिलाती हैं। एक सच्चे पंजाबी की सर्दी मक्की की रोटी और सरसों का साग खाए बिना कभी भी पूरी नहीं होती है।

3 उंधियू

सफ़ेद बाउल में सर्व किया गया उंधियू

प्यार, समय और मेहनत, यही खास चीज उंधियू को एक गुजरात का प्रसिद्ध व्यंजन बनाती है। जिसे सर्दियों में बनाया जाता है और बनाने में घंटों लगते हैं, लेकिन इसे बनाने में जो मेहनत लगती है वह अंत में रंग लाती है। इसे मिक्स सब्जियों, मेथी, घी और मसालों को डालकर बनाते हैं।

इसका स्वाद अद्भुत होता है! पूरी और श्रीखंड के साथ यह एक अविश्वसनीय रूप से एक स्वादिष्ट शीतकालीन भोजन बनाता है। यह मुख्य रूप से सूरत में सबसे अधिक प्रसिद्ध है, क्योंकि यहीं उंधियू का उद्गम हुआ है। भारत में सर्दियों के लिए स्वस्थ भोजन का एक अच्छा उदाहरण है। आप भी इस गुजराती खाद्य पदार्थ को इस सर्दी में जरूर ट्राई करें।

4 नोलन गुर संदेश (खजूर का गुड़)

सफ़ेद प्लेट में रखा गया नोलन गुर संदेश

कोलकाता में नोलन गुर संदेश यानि खजूर का गुड़ सर्दियों में ही पाया जाता है, और बंगाली मिठाई के शौकीनों के लिए यह शीतकालीन मिठाई किसी वरदान से कम नहीं है। यह खाद्य पदार्थ सिर्फ कोलकाता में ही नहीं अपितु पूरे भारतवर्ष में भी लोकप्रिय है, जो अपने विशेष स्वाद के लिए जानी जाती है। यह विशेष रूप से सर्दियों के मौसम में मिलने वाली एक प्रमुख बंगाली मिठाई है। यदि आप सर्दियों में कोलकाता की यात्रा करते हैं, तो इसे चखना न भूलें।

5 चुकंदर थोरन

खाने के लिए सफ़ेद कटोरी में रखा गया चुकंदर थोरन

दक्षिण भारतीय खाना किसे पसंद नहीं है? थोरन तटीय भारत केरल का एक पारंपरिक व्यंजन है। जिसे चुकंदर को नारियल और मसालों के साथ मिलाकर बनाया जाता है। यह एक सूखी रेसिपी है, जिसे “साद्या” (केरल का महाभोज) में भी परोसा जाता है, जो एक भव्य उत्सव होता है, जहां सभी शाकाहारी व्यंजनों को केले के पत्ते पर परोसते हैं। इसे सर्दियों का व्यंजन कहा जाता है, क्योंकि इसका मीठा और मसालेदार स्वाद का सही मिश्रण ठंड के लिए बिल्कुल सही उपाय है!

6 मटन रोगन जोश

सर्विंग बाउल में सर्व करने लिए तैयार रखा गया रोगन जोश

कश्मीरियों को मटन करी बहुत पसंद है और रोगन जोश मुंह में पानी लाने वाला एक प्रसिद्द मांसाहारी व्यंजन है। इसे मेमने/भेड़ के बच्चे (Lamb) के मांस को ढेर सारे कश्मीरी मसालों के साथ तैयार किया जाता है। यह भारत में प्रसिद्ध शीतकालीन व्यंजनों में से एक है, जो आपको अंदर से गर्म रखता है। रोगन जोश का पूरा स्वाद लेने के लिए इसे जीरा राइस या रोटी के साथ गरमा-गरम परोसें। रोगन जोश एक प्रसिद्ध शीतकालीन व्यंजन है, जिसे आपको इस सर्दी में आज़माना चाहिए।

7 दाल बाटी चूरमा

स्टील की थाली में परोसा गया दाल बाटी चूरमा

यह सादगी भरा एक सर्वोत्कृष्ट थ्री-इन-वन प्रसिद्ध राजस्थानी व्यंजन है, और अपने शानदार स्वाद के लिए जाना जाता है। यह मसालेदार दाल और घी में डीप फ्राई कुरकुरे बाटी को मीठे चूरमा के साथ तैयार किया जाता है। बाटी को आमतौर पर शुद्ध घी और गट्टे की सब्जी के साथ गर्म मसालेदार दाल के साथ परोसा जाता है। इस भारतीय शीतकालीन भोजन का स्वाद आप किसी भी राजस्थानी रेस्तरां में ले सकते हैं।

8 थुकपा

सफ़ेद कटोरे में परोसा गया गर्मागर्म थुकपा

आपने अपने जीवन में कभी थुकपा का नाम नहीं सुना होगा। थुकपा एक प्रसिद्ध इंडो-तिब्बती नूडल सूप का स्वादिष्ट शोरबा है, जिसमें तली हुई सब्जियां, मटन या चिकन होता है। इसका अनोखा स्वाद इसे भारत में सर्दियों के मौसम में सबसे अच्छे खाद्य पदार्थों में से एक बनाता है।

यह कई तरह से बनाया जाता है – नेपाली थुकपा काफी मसालेदार होता है जबकि कुछ को कम मसालों के साथ बनाते हैं। यह एक ऐसा नूडल सूप जो आपके मुंह लग जाता है, और सर्दियों को आरामदायक बनाने के रूप में कार्य करता है।

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9 तिल पिठा

तांबे की थाली में रखा हुआ तिल पिठा

यह असम का एक पारंपरिक व्यंजन है और उनकी “बिहू” थाली का एक अनिवार्य हिस्सा है, जो स्वाद में मीठा होता है और जनवरी में माघ बिहू के उत्सव के दौरान पकाया जाता है। इस व्यंजन में चावल के आटे की परतों के बीच तिल और गुड़ के भरावन को भरकर और लपेटकर बनाया जाता है।

इसे बनाने की प्रक्रिया सरल लग सकती है लेकिन इसे बनाना अपने आप में एक कला है, जिसमें अनुभव की आवश्यकता होती है, क्योंकि यह बहुत नाजुक होता है। सर्दियों के इस खास व्यंजन का स्वाद अपने मुंह में घुलने दें, और इस ठंड के मौसम में अपने आपको गर्माहट का एहसास कराएं।

10 गोंद के लड्डू

सफ़ेद बाउल में रखे गए गोंद के लड्डू

यह उत्तर भारत में सर्दियों के मौसम में खाई जाने वाली पोषक तत्वों से भरपूर एक मिठाई (Dessert) है। गोंद के लड्डू में शरीर को गर्म रखने के गुण मौजूद होते हैं, क्योंकि गोंद गर्म तासीर वाला होता है और सर्दियों से लड़ने के लिए गुणकारी सामग्री है। आमतौर पर, इन्हें सर्दियों के दौरान बनाया जाता है और महीनों तक स्टोर किया जा सकता है।

इन लड्डुओं को सर्दियों की ठंड को मात देने के लिए उपयोग कर सकते हैं। लड्डू अत्यधिक गर्म होते हैं, जो आपको अंदर से गर्म रख सकते हैं, और हाँ! ज्यादा खाने से परहेज करें।

11 पंजीरी

लकड़ी के बाउल में ढेर सारे मेवों को मिलाकर सर्व की गयी पंजीरी

गोंद के लड्डू की तरह ही, पंजीरी भी सर्दियों का एक स्वादिष्ट और पोषक तत्वों से भरपूर एक प्रसिद्ध शीतकालीन व्यंजन है। जो घी, गेहूं के आटे और ढेर सारे मेवों के मिश्रण से तैयार किया जाता है। यह प्रकृति में गर्म तासीर का होता है, जो इसे सर्दियों में खाने के लिए एकदम सही बनाता है। सर्दियों में घी और मेवे आपको फिट और ग्लोइंग बनाए रखेंगे, तो सिर्फ एक प्लेट पर ही क्यों रुकें?

12 मटर का निमोना

सफ़ेद कटोरे में मटर का निमोना

मटर का निमोना, एक यूपी स्टाइल भारतीय करी है और सर्दियों में बेहद चाव से खाया जाता है। जिसे ताजे हरे मटर को दरदरा पीसकर, आलू और हरे मसालों के साथ बनाई जाती है। सर्दी के मौसम में स्वादिष्ट निमोना खाने का आनंद धूप में बैठकर लें, यह चावल, चपाती या पराठे के साथ खाने के लिए एकदम सही है।

13 हरे मटर की घुगनी/घुघुरी

सफ़ेद हॉट पॉट में सर्व की गई मटर की घुघुनी

यूपी स्टाइल हरे मटर की घुगनी एक प्रसिद्द शीतकालीन व्यंजन है। घुगनी पूर्वी भारत का एक स्वस्थ स्वादिष्ट और पारंपरिक चाय के साथ सुबह का नाश्ता है। आप इसे चाय के साथ या वैसे ही नाश्ते के रूप में खा सकते हैं। गर्मागरम स्वादिष्ट घुघुरी खाने का आनंद सर्दियों की गुनगुनी धूप में ही आता है।

14 तहरी

सफ़ेद हॉट पॉट में रखी गई तहरी

उत्तर भारत में सर्दियों का प्रसिद्द और खास व्यंजन है मटर की तहरी। जिन्हें सर्दियों में ताजे हरे मटर और फूलगोभी को हरे मसाले के साथ मिलाकर बनाई जाती है। सर्दियों में गर्मागरम तहरी खाने का अपना एक अलग आनंद है।

15 मसाला भात

ब्राउन बाउल में मसाला भात परोसते हुए

महाराष्ट्रीयन मसाला भात सर्दियों का प्रसिद्द खाद्य पदार्थ है, लेकिन यह हर मौसम में बनाया और प्रेम से खाया जाता है। महाराष्ट्रीयन मसाला भात बनाने के लिए ताजी सब्जियों जैसे फूलगोभी, हरी मटर, गाजर, बीन्स और आलू को सुगन्धित मसालों के साथ बनाते हैं।

सर्दियों में मटर और फूलगोभी के साथ इसका स्वाद सबसे अच्छा लगता है। यही कारण है, कि यह मेरी भारतीय शीतकालीन खाद्य पदार्थों की सूची में शामिल है।

16 भरवां पराठे

दही के साथ काली प्लेट में सर्व किये गए भरवां पराठे

भरवां पराठे सर्दी के मौसम में उत्तर भारतीयों का बहुत ही प्रिय भोजन है। सर्दियों की सुबह हो या शाम गर्मागर्म पराठे खाने को मिल जाये तो अहाहा बस मजा आ जाये। सब्जियों, पनीर और सूखे मेवे की विभिन्न सामग्रियों से भरे हुए परांठे की कई किस्में बनाई और खाई जाती हैं, भरवां पराठों की एक विस्तृत श्रंखला है।

दिल्ली में तो पराठों के शौकीन लोगों के लिए एक खास जगह भी है, जिसका नाम ही “पराठे वाली गली” है, जहाँ हर किस्म के पराठे मिलते हैं। अचार, मक्खन, श्रीखंड और दही के साथ भरवां पराठे सबसे अच्छा स्वाद देते हैं।

17 मसालेदार खिचड़ी

सफ़ेद तश्तरी में परोसी गई मसालेदार खिचड़ी

मसालेदार खिचड़ी भारत में सबसे अच्छे सर्दियों के प्रसिद्ध भोजन में से एक है। यह स्वाद में स्वादिष्ट और पेट के लिए हल्का होता है। सर्दियों में, यह पारंपरिक भारतीय भोजन मौसमी सब्जियों जैसे गाजर, बीन्स, मटर, फूलगोभी और कम मसालों के साथ बनाया जाता है। स्वाद बढ़ाने के लिए एक बड़ा चम्मच देशी घी डालकर गर्मागर्म परोसें, इसकी भाप उड़ाती सुगंध आपकी भूख को दोगुना कर देगी।

18 आलू, बैगन का भरता और बाटी (लिट्टी चोखा)

लकड़ी के बोर्ड पर रखा हुआ लिट्टी चोखा

बिहार, उत्तरप्रदेश, झारखंड और छत्तीसगढ़ की शीतकालीन खाद्य पदार्थों की यात्रा लिट्टी चोखा के उल्लेख के बिना अधूरी है। इन भारतीय राज्यों की पारंपरिक खाद्य संस्कृति के लिए बाटी चोखा एक अद्वितीय भोजन हैं।

आग में भुने आलू, बैंगन और टमाटर में कतरी प्याज, कुटी मिर्च, अदरक, लहसुन को मिलाकर चोखा (भरता) बनाते हैं, जिसे गर्मागर्म घी चुपड़ी लिट्टी/बाटी के साथ परोसा जाता है। वैसे तो इसे हर मौसम में खाते हैं, लेकिन सर्दियों में इसके स्वाद में कई गुना बढ़ोत्तरी हो जाती है।

19 बाजरे की रोटी

सफ़ेद प्लेट में रखी हुई बाजरे की रोटी

सर्दियों के मौसम में बाजरे की रोटी अपने गर्म स्वभाव के कारण पूरे भारत में बहुत प्रसिद्ध हैं। यह रोटी लगभग सभी भारतीय सब्जियों के साथ खाने में बहुत अच्छी लगती है, लेकिन इसका स्वाद ‘कढ़ी’ या बैंगन भर्ता के साथ बहुत बेजोड़ लगता है।

यह लस मुक्त (Gluten free) रोटी है और पाचन की समस्या वाले व्यक्ति के लिए एक अच्छा विकल्प है। महाराष्ट्र में यह “भाकर” के नाम से प्रसिद्ध है, और इसे लोग अक्सर खाते हैं। इस सर्दी में, आप भी सामान्य रोटी के बजाय इस बाजरे की रोटी को ज़रूर आज़माएँ।

20 बाजरे की खिचड़ी

सफ़ेद कटोरे में गर्मागर्म परोसा गयी बाजरे की खिचड़ी

यह राजस्थान के अलावा भारत के अन्य उत्तरी क्षेत्रों में भी बहुत प्रसिद्ध है। इस खिचड़ी को बनाने के लिए बाजरे और मूंग की दाल को कुछ मसालों के साथ पकाकर स्वादिष्ट खिचड़ी बनाते हैं। बाजरे की खिचड़ी प्रकृति में गर्म होती है, और सर्दियों के मौसम के लिए बहुत पौष्टिक होता है।

21 गाजर पोरियाल

लकड़ी की टेबल पर सफ़ेद कटोरी में परोसा गया गाजर पोरियाल

यह एक दक्षिण भारतीय व्यंजन है, जिसे सर्दियों के मौसम में दाल, रसम या सांबर के साथ साइड डिश के रूप में परोसा जाता है। गाजर को बहुत सारे मसालों के साथ थोड़ा सा मिर्च पेस्ट, जीरा, और ताजा कसा हुआ नारियल के साथ मिलाया जाता है। गाजर की मिठास और मिर्च का मसाला इसे एक सही संतुलन देता है, और किसी भी भारतीय भोजन के साथ एक अच्छा साइड डिश बनाता है। इसका स्वाद लाजवाब होता है, और इसे दक्षिण भारतीय खाना पसंद करने वाले लोगों के लिए अवश्य ही बनाना चाहिए।

22 बाजरा राब

सफ़ेद प्याले सर्व किया गया बाजरे राब

यह सर्दी के मौसम में गुजरात और राजस्थान में प्रतिरक्षा बढ़ाने वाला (immunity booster) एक विशेष पेय है। यह प्रकृति में गर्म है, और ठंडी जलवायु में पीने के लिए एकदम सही है। राब घी, दूध और बाजरे के आटे को अदरक, मिर्च और अजवाइन के साथ मिलाकर बनाया जाता है। यह किसी ऐसे व्यक्ति के लिए एकदम सही है, जिसका ऊर्जा स्तर कम हो गया है। इस पारंपरिक गुजराती और राजस्थानी पेय को सिर्फ एक घूंट में नहीं पिया जा सकता है।

23 खजूर का दूध

लकड़ी की टेबल पर खजूर के साथ कांच के गिलास में खजूर का दूध

खजूर अपने गर्म स्वभाव के लिए जाना जाता है, और आयुर्वेद द्वारा सर्दियों के मौसम में इसको खाने की सिफारिश भी की जाती है। इसे बनाने के लिए दूध में बिना बीज के 4-5 खजूर डालकर उबालते हैं; खजूर मिलाने से दूध में मिठास आती है और यह परिष्कृत चीनी का एक स्वस्थ विकल्प है। आप दूध में थोड़े बादाम भी पीसकर मिला सकते हैं।

24 तिल गुड़ की रोटी

तवे पर रखी हुई तिल गुड़ की रोटी

यह सर्दियों के मौसम में उत्तरी और पश्चिमी भारत के क्षेत्रों में एक पसंदीदा प्रसिद्ध शीतकालीन व्यंजन है। इसे आटे की रोटी में गुड़ और कुटे तिल का भरावन भरकर फिर इसे नियमित रोटी या पराठे की तरह घी से सिंकाई करके बनाया जाता है। यह मुंह मीठा करने के साथ-साथ पेट भरने का बढ़िया उपाय है। इसको बनाने में उपयोग की जाने वाली सभी सामग्रियां गर्म तासीर की हैं, और सर्दियों के एकदम अनुकूल हैं।

25 मेथी

खेत में लहलहाती हरी भरी मेथी

मेथी भारत में सर्दियों की पारंपरिक फसल है। यह गर्म तासीर की होती है और सर्दियों के मौसम में इसका सेवन करने के लिए एकदम सही है। आलू मेथी, मेथी पराठा, मेथी मठरी, और कई तरह के विभिन्न व्यंजनों को बनाने के लिए यह एक बहुमुखी सब्जी है। यह बहुत ही पौष्टिक और स्वादिष्ट होती है। मेथी दाना (बीज) के लड्डू भी सर्दियों में खूब बनाये और खाये जाते हैं।

26 चिक्की

नीले टेबल पर मूंगफली और गुड़ के साथ सफ़ेद प्लेट में राखी गयी चिक्की

चिक्की मेवा और गुड़ का एक भारतीय पौष्टिक बार है, जो मुंह मीठा करने का उत्तम विकल्प है। आप इस स्वादिष्ट और स्वस्थ मीठे विकल्प के लिए आप चॉकलेट को छोड़ सकते हैं। यह dessert के रूप में, बोरियत को दूर करने में या फिर मूड को हल्का फुल्का बनाने में एक अच्छी मिठाई के रूप में कार्य करता है। सर्दियों की ठंडक को दूर रखने के लिए हर दिन एक चिक्की बार निश्चित रूप से खाएं!

27 लापसी/लपसी

सफ़ेद कटोरी में परोसी गयी मेवा मिश्रित लपसी

लापसी/लपसी विशेष रूप से गुजरात और राजस्थान के कुछ हिस्सों में नाश्ते के रूप में खाया जाने वाला एक व्यंजन है। देश के अलग-अलग हिस्सों में लापसी/लपसी के विभिन्न प्रकार उपलब्ध हैं। इसे घी, सूखे मेवे, गेहूं के टुकड़े और ढेर सारी किशमिश को पकवान में डाल दिया जाता है। सर्दियों में पूरे दिन गर्म रखने के लिए यह एक बेहतरीन नाश्ता है।

28 शकरकंद की रबड़ी

ब्राउन बाउल में खूब सारे मेवे के साथ परोसी गयी शकरकंद की रबड़ी

शकरकंद की रबड़ी एक सर्वकालिक पसंदीदा भारतीय मिठाई (dessert) है, और सर्दियों में शकरकंद रबड़ी का एक अलग ही आकर्षण होता है। भरपूर मात्रा में दूध, शकरकंद, केसर और इलायची के साथ मिलाकर बनाते हैं, इसमें काफी महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं।

सर्दियों के मौसम स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोगों के लिए यह स्वीट डिश एक आदर्श विकल्प है, क्योंकि हम इस मौसम में भारी भोजन को भी आसानी से पचा सकते हैं। आप चाहें तो सर्दियों में रबड़ी के साथ-साथ शकरकंद की टिक्की भी बना सकती हैं, तो क्यों न इन सर्दियों में इस रेसिपी को आजमाएं।

29 ची अल महो

सफ़ेद बाउल रखा गया ची अल महो

यह उत्तरपूर्वी भारत का विशुद्ध मणिपुरी व्यंजन है, जो स्वाद से भरपूर एक बम है और सर्दियों की ठंड को दूर भगाने का एक बढ़िया विकल्प है। यह स्वादिष्ट सूप प्याज, शिमला मिर्च, मशरूम, पालक के साथ बहुत सारे अदरक, मिर्च और अन्य मसालों के साथ बनाया जाता है। यह एक पोषण से भरपूर व्यंजन है जिसे आप नूडल्स के साथ भी परोस सकते हैं।

30 गजक

सफ़ेद प्लेट में सर्व की गयी तिल गुड़ की गज़क

यह सर्दियों के मौसम में खाई जाने वाली भारत की एक पारंपरिक मिठाई (dessert) है, जिसे तिल या मूंगफली और गुड़ से बनाया जाता है। गुड़ की चाशनी में तिल या मूंगफली मिलाकर इसे बनाया जाता है, यह खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होती है।

31 गुश्तबा

खाने के लिए परोसा गया सुगन्धित मसालेदार गुश्तबा

भारत के ठंडे क्षेत्रों में से एक है कश्मीर और गुश्तबा कश्मीरी व्यंजनों का राजा है। गुश्तबा को मना करना मेजबान का बहुत बड़ा अपमान माना जाता है, और इसका कारण होता है प्यार और धैर्य जो इस दिलकश व्यंजन को तैयार करने में लगता है।

कीमा मटन बॉल्स को शाही मसालों जैसे कि दालचीनी, इलायची, हींग, दही आदि को सरसों के तेल में धीमी गति और पारंपरिक तरीके से पकाया जाता है, जिसे अक्सर भोजन के अंत में परोसा जाता है। मांस, मसाले और सरसों का तेल मिलकर इसे सर्दियों का सबसे अच्छा गर्म भोजन बनाते हैं।

32 हल्दी वाला दूध

लकड़ी के प्लेट पर मसालों के साथ रखा गया हल्दी वाला दूध

हल्दी दूध, हल्दी वाला दूध, हल्दी लट्टे, सुनहरा दूध, पोषण से भरपूर है, और यह सर्दियों के लिए सबसे अच्छे गर्म पेय में से एक है। यह पेय प्रतिरक्षा बढ़ाने वाली सामग्री दूध और हल्दी का एक शक्तिशाली संयोजन है। सर्दियों के दौरान एक गिलास हल्दी दूध पीने से आप चुस्त दुरुस्त रहेंगे और ठंडी पास भी नहीं फटकेगी।

सूची और भी अधिक लम्बी हो सकती हैं…

इन मुंह में पानी लाने वाले भारत के प्रसिद्ध शीतकालीन व्यंजन की श्रंखला के कुछ स्वादिष्ट सर्दियों के व्यंजनों की दावत दिल खोलकर उड़ाएं और अपने सर्दियों के खुशनुमां पल को और भी खास बनाएं। भारत के विभिन्न राज्यों के पारंपरिक और बेजोड़ स्वादों का आनंद लेने के लिए अब और देर न करें।

चाहे आप किसी भी राज्य में क्यों न रहते हों, तो भी इन भारतीय पारंपरिक शीतकालीन खाद्य पदार्थों को आजमाना न भूलें। सर्दियों के दौरान इन खास व्यंजनों का स्वाद अपने मुंह में घुलने दें, जो इस ठंड के मौसम में अपने स्वाद के साथ-साथ आपको गर्माहट का एहसास भी कराएंगे। क्यों टपक गई न लार?

 

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Ashok Kumar
Ashok Kumar

नमस्कार दोस्तों,
मैं एक Health Blogger हूँ, और स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों के बारे में शोध-आधारित लेख लिखना पसंद करता हूँ, जो शिक्षाप्रद होने के साथ प्रासंगिक भी हों। मैं अक्सर Health, Wellness, Personal Care, Relationship, Sexual Health, और Women Health जैसे विषयों पर Article लिखता हूँ। लेकिन मेरे पसंदीदा विषय Health और Relationship से आते हैं।

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