मानसून के दौरान परहेज करने वाले खाद्य पदार्थ: एक मार्गदर्शिका
देश के विभिन्न हिस्सों में मानसून का शबाब पूरे जोरों पर है। बारिश का आनंद लेते समय, अपने आहार पर ध्यान देना और अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए स्मार्ट विकल्प चुनना महत्वपूर्ण है। मानसून के दौरान बीमारियां सबसे ज्यादा फैलती हैं जैसे- सर्दी, खांसी, मलेरिया, डेंगू, टाइफाइड, निमोनिया और पेट में संक्रमण इत्यादि। इसलिए, मानसून के दौरान परहेज करने वाले खाद्य पदार्थ खाने के बजाय ताजा, संतुलित और पचने में आसान खाद्य पदार्थों का ही सेवन करना चाहिए।
बारिश के दिनों में स्वास्थ्य की खातिर मौसमी सब्जियों और फलों को खाने पर जोर देना चाहिए और उन्हें अपनी आहार योजना का हिस्सा अवश्य बनाया जाना चाहिए।
यहां इस लेख में मानसून के दौरान परहेज करने योग्य खाद्य पदार्थों के बारे में बताया गया है, जिनसे आपको बारिश के दौरान बचने के लिए विशेष रूप सचेत और सतर्क रहने की कोशिश करनी चाहिए।
मानसून आहार का महत्व
बरसात के मौसम में, हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली काफी कमजोर हो जाती है, जिससे हम विभिन्न संक्रमणों और बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाते हैं।
इसलिए, हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और किसी भी स्वास्थ्य समस्या से बचने के लिए मानसून आहार का पालन करना आवश्यक है।
आइए मानसून के दौरान परहेज करने वाले खाद्य पदार्थ कौन-कौन से हैं, उनके बारे में जानें।
1. बासी भोजन से परहेज करें
बारिश के मौसम में बासी खाना खाने से परहेज करना चाहिए, क्योंकि बारिश के कारण वातावरण में आर्द्रता की मात्रा अधिक हो जाती है। आमतौर पर भोजन में किण्वन की प्रक्रिया 6 घंटे में शुरू होती है, जबकि बारिश के दौरान नमी बढ़ने पर यह प्रक्रिया 4 घंटे में ही शुरू हो जाती है। इसलिए बासी या पकाकर ज्यादा देर तक रखे हुऐ भोजन को खाने से आपको फ़ूड पॉइज़निंग या पेट से संबंधित गड़बड़ी हो सकती है।
2. खट्टे खाद्य पदार्थ से बचें
मानसून के दौरान परहेज करने वाले खाद्य पदार्थ जैसे अचार, चटनी, खट्टी कैंडीज, इमली आदि को नहीं खाना चाहिए। ऐसे खट्टे खाद्य पदार्थ अधिक खाने से शरीर में वॉटर रिटेंशन की समस्या का कारण बन सकती है, जिससे आपको पेट फूला हुआ महसूस हो सकता है। इसके अलावा, खट्टे खाद्य पदार्थ बुखार और गले की समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
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3. मसालेदार खाने से बचें
हाँ, आपने सही पढ़ा। मानसून के दौरान परहेज करने वाले खाद्य पदार्थ जो हैं, उनमें से एक है मिर्च मसालों से भरा हुआ तेज और चटपटा भोजन। अत्यधिक उमस भरा मौसम पाचन प्रक्रियाओं को धीमा कर देता है। हालाँकि, मसालेदार पकवान आकर्षक लग सकते हैं; वे पेट की परेशानी, एसिडिटी और जलन जैसी गैस्ट्रोनॉमिक समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
4. पत्तेदार सब्जियाँ न खाएं
डॉक्टर स्वस्थ रहने के लिए हरी सब्जियां खाने की सलाह देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं, कि बारिश के मौसम में हरी पत्तेदार सब्जियों को खाने से परहेज करना चाहिए? ऐसा इसलिए, क्योंकि इन हरी सब्जियों की पत्तियों में कीड़े हो सकते हैं, जो हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
मानसून के दौरान मौसम का तापमान और आर्द्रता बैक्टीरिया और कवक के पनपने के लिए अनुकूल है, खासकर हरी पत्तेदार सब्जियों पर। इन सब्जियों को खाने पर पेट में संक्रमण हो सकता है। पालक, मेथी के पत्ते, और पत्तागोभी आदि सब्जियों को बारिश के मौसम नहीं खाना चाहिए। इसके बजाय, करेला, घिया, तोरी और टिंडा जैसी तीखी सब्जियों का सेवन करें।
5. खुले में बिकने वाले जूस से बचें
गर्मी और उमस भरे मौसम में जूस तुरंत राहत दे सकता है, लेकिन इससे परेशानी बढ़ भी हो सकती है। स्ट्रीट वेंडर आमतौर पर फलों को पहले से ही काटकर रख देते हैं जो उन्हें संक्रमित करने के लिए बैक्टीरिया को एक खुला निमंत्रण होता है।
फलों को खुले में रखने से लेकर अशुद्धियों से भरे पानी में धोने तक, सड़क किनारे इन जूस की दुकानों में आपको बीमार करने के सभी कारण मौजूद हैं। इसलिए बरसात के मौसम में स्ट्रीट वेंडर का जूस पीने से परहेज करें।
आप चाहें तो ताजे फलों का उपयोग करके घर पर जूस बनाकर सेवन कर सकते हैं या नारियल पानी, जलजीरा और नींबू पानी का विकल्प चुन सकते हैं।
6. समुद्री भोजन न खाएं
क्या आप समुद्री भोजन के शौकीन हैं? तो आपको मानसून के दौरान झींगा या मछली जैसे समुद्री भोजन खाने से बचने का सुझाव दिया जाता है। इसके दो मुख्य कारण हैं-
पहला, मानसून के दौरान पानी के माध्यम से प्रदूषण का खतरा सबसे अधिक होता है। इस प्रकार से मछली और झींगा जैसे खाद्य पदार्थ संक्रमण के सक्रिय वाहक हो सकते हैं, जो सबसे अधिक खतरा पैदा करते हैं। क्योंकि, संक्रमण का असर उचित धुलाई और पकाने के बाद भी बना रह सकता है।
दूसरा, मानसून मछली और झींगा जैसे समुद्री जीवों के प्रजनन का मौसम है, इसलिए इनका सेवन करना स्वास्थ्य के योग्य नहीं है। इस प्रकार, मानसून के दौरान मांसाहारी व्यंजनों (चिकन और मटन) को खाने से भी परहेज करना चाहिए।
7. तले भुने खाने से बचें
बारिश के मौसम में हम सभी को गर्मा गरम चाय के साथ तले हुए पकौड़ों की चाहत होती है। इसलिए इस सीजन में समोसे, कचोरी और पकौड़े की बिक्री बहुत ज्यादा होती है।
हालाँकि, कभी कभार इस प्रकार के तले भुने खाद्य पदार्थों का सेवन करना बिल्कुल ठीक है। लेकिन आपको ऐसे खाद्य पदार्थों पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि इनका अधिक सेवन पेट की कई समस्या खड़ी कर सकता है, जिससे पेट दर्द, डायरिया, अपच, दस्त और एसिडिटी जैसी तकलीफें हो सकती हैं। इसलिए बारिश के मौसम में थोड़ा संयम से काम लें और आप भारी और तले हुए खाद्य पदार्थों को अत्यधिक खाने से खुद को रोकें।
8. फ़िज़ी पेय पीने से बचें
मानसून के दौरान परहेज करने वाले खाद्य पदार्थ की सूची में फिजी ड्रिंक्स का भी नाम शामिल है, इस मौसम में नमी और पसीना आपको निर्जलित कर देते हैं। इसलिए हाइड्रेटेड रहने के लिए खूब पानी पिएं लेकिन फ़िज़ी या कार्बोनेटेड पेय पीने से बचें। क्योंकि वे आपके पाचन तंत्र को कमजोर कर सकते हैं और आपके शरीर में खनिजों को कम कर सकते हैं। ऐसे पेय पदार्थों के बजाय, जलजीरा, निम्बू पानी, सेब शेक, अदरक चाय या यहां तक कि नारंगी स्मूदी का सेवन करना चाहिए।
9. मशरूम खाने से परहेज करें
सामान्य तौर पर मशरूम नम मिट्टी या नमी वाले स्थानों में उगते हैं, इसलिए इनमें बैक्टीरिया के पनपने की संभावना कहीं अधिक हो सकती है। जिसके सेवन से संक्रामक बीमारियों के लगने का जोखिम बढ़ जाता है, खासकर बरसात के मौसम में। इसलिए मानसून के दौरान मशरूम से परहेज करना ही बेहतर है!
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10. कच्चे खाद्य पदार्थ न खाएं
खाद्य विशेषज्ञ कुछ खाद्य पदार्थों को कच्चे रूप में खाने का सुझाव देते हैं। लेकिन शरीर को कीटाणुओं और वायरल संक्रमण से बचाने के लिए बारिश के मौसम में कच्चे खाद्य पदार्थ खाने से बचने की सलाह दी जाती है। यदि आप डाइट प्लानिंग पर हैं, जिसमें कच्चे खाद्य पदार्थ खाना शामिल है, तो उपभोग से पहले उन्हें उबालना या भाप में पकाना सबसे अच्छा है।
11. आम खाने से परहेज करें
यदि आप आम खाने के बेहद शौकीन हैं, तो बारिश का मौसम आम के लिए पसंदीदा नहीं है। जी हां, इस मौसम में आपको आम खाने से परहेज करना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार, मानसून के दौरान आम खाने से शरीर में ‘वात’ और ‘कफ’ का दोष बढ़ जाता है, जो मुंहासों की गंभीर समस्या का कारण बनते हैं।
12. दही न खाएं
मानसून के दौरान परहेज करने वाले खाद्य पदार्थ में दही का भी नाम शुमार है। क्योंकि, दही की तासीर ठंडी होने के कारण मानसून के दौरान दही खाना शरीर के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। वास्तव में, यदि आप पहले से ही साइनसाइटिस से पीड़ित हैं, तो इस डेयरी उत्पाद से दूर रहें।
विज्ञान के अनुसार, बरसात के मौसम में दही का सेवन करने में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन आयुर्वेद के अनुसार मानसून में वात और पित्त का प्रकोप बढ़ा होता है। इसीलिए यह असंतुलन पैदा करता है और एलर्जी या संक्रमण की संभावना को बढ़ाता है।
मानसून के दौरान दही से परहेज करने की सलाह दी जाती है और यह कमजोर पाचन तंत्र वाले लोगों में पाचन संबंधी समस्याओं को भी बढ़ा देता है। इसकी जगह आप गर्म दूध ले सकते हैं।
13. कच्चे अंकुरित अनाज न खाएं
अंकुरित अनाज निस्संदेह शरीर के लिए स्वास्थ्यवर्धक होते हैं, लेकिन बरसात के मौसम में उन्हें अधिक देखभाल और सावधानी की आवश्यकता होती है। गर्म और नम जलवायु साल्मोनेला और ई. कोली जैसे बैक्टीरिया के लिए एक आदर्श प्रजनन माहौल होता है, जो अंकुरों को आसानी से दूषित कर सकते हैं।
मानसून के दौरान कच्चे स्प्राउट्स खाने से पूरी तरह बचना योग्य है या यह सुनिश्चित करें कि किसी भी प्रकार के संक्रमण के खतरे को खत्म करने के लिए स्प्राउट्स को अच्छे से पकाकर खाना चाहिए।
14. चाट से परहेज करें
बरसात के मौसम में अपनी चटोरी आदत पर काबू रखें और चाट जैसे स्ट्रीट फूड का सेवन करने से बचें। इस मौसम में चाट, गोल गप्पे, भेल पुरी और दही पुरी जैसे लोकप्रिय स्नैक्स खाने से बचना चाहिए। इसलिए, कि इनको बनाते समय स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना पड़ता है, लेकिन इस मौसम में पूरी तरह से संभव नहीं हो पाता है, जो अक्सर पेट के गंभीर संक्रमण डायरिया और गैस्ट्रो जैसी बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
बारिश के मौसम में इन खाद्य पदार्थों का सेवन सीमित मात्रा में करें
1. घेवर कम खाएं
घेवर मिठाई ज्यादातर मानसून के दौरान ही उपलब्ध होती है, जो तीज के त्योहारी मौसम के साथ मेल भी खाती है। यह मिठाई घी, मैदा और चीनी की चाशनी से तैयार की जाती है और बरसात का आर्द्र मौसम इसे सही स्पंजीपन प्रदान करता है।
घेवर विशेष रूप से मधुमेह रोगियों, हृदय रोगियों और वजन कम करने का लक्ष्य रखने वालों के लिए अच्छी नहीं है। हाँ! थोड़ा सा लेकर आप इसका स्वाद अवश्य चख सकते हैं ।
2. नमकीन खाद्य पदार्थ कम खाएं
बारिश के दौरान नमकीन खाद्य पदार्थ अधिक खाने से बचना चाहिए, क्योंकि नमक ज्यादा खाने के कारण शरीर में पानी जमा होने लगता है, जो सुस्ती, अनावश्यक भूख लगना और वजन में कमी महसूस होने की वजह बन सकता है। इसलिए, बरसात के मौसम में नमकीन पदार्थ को सीमित मात्रा में ही खाएं।
3. स्ट्रीट फूड कम खाएं
स्ट्रीट फूड के प्रति महिलाओं की दीवानगी हर मौसम में एक समान होती है, खासकर पानी पुरी के प्रति यह थोड़ी अधिक होती है। हालांकि, बारिश के मौसम में चाट, भेल पुरी और वडापाव जैसे स्ट्रीट फूड को खाने से परहेज करना चाहिए। क्योंकि खुले में बिकने वाले इन खाद्य पदार्थों को बैक्टेरिया आसानी से दूषित हो सकते हैं।
इसलिए महिलाओं, बीमार होने से बचने के लिए मानसून के दौरान चाट जैसे खाद्य पदार्थों से से परहेज करना उचित होगा।
मानसून के दौरान स्वस्थ कैसे रहें?
1- विटामिन सी का सेवन बढ़ाएँ
इसमें कोई संदेह नहीं है, कि मानसून वायरस और बैक्टीरिया के पनपने का सही और अनुकूल समय है। इस मौसम में वायरल बुखार, एलर्जी और अन्य वायरल संक्रमण बड़े पैमाने पर होते हैं और फैलते भी हैं। इस दौरान हवा में बैक्टीरिया की मात्रा अधिक होती है। इसलिए, स्वस्थ रहने का एकमात्र तरीका ये है, कि रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहे। और इसे आप सभी ने कोविड और लॉकडाउन के दौरान सीखा भी है, कि विटामिन सी रोग प्रतिरोधक को बढ़ाने का सबसे आसान तरीका है।
आप बाजार में आसानी से उपलब्ध विटामिन सी की गोलियां और सप्लीमेंट ले सकते हैं या अपने आहार में अंकुरित अनाज, ताजी मौसमी सब्जियां, नींबू और संतरे को शामिल कर सकते हैं।
2- प्रोबायोटिक्स खाद्य पदार्थ खाएं
प्रोबायोटिक्स जैसे दही, छाछ, केफिर और मसालेदार सब्जियां मानसून के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं। वे आपकी आंत की देखभाल करते हैं और आंत में अच्छे बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देते हैं, जो खराब बैक्टीरिया से लड़ते हैं और इस प्रकार आपके सिस्टम को रोग पैदा करने वाले बैक्टीरिया से बचाते हैं।
ये प्रोबायोटिक्स आंत के स्वास्थ्य में काफी सुधार कर सकते हैं और पोषक तत्वों के अवशोषण में भी सुधार कर सकते हैं। यह आपके पाचन तंत्र को भी स्वस्थ बनाता है, जिससे भविष्य में होने वाले किसी भी संभावित पेट के संक्रमण के खिलाफ आपकी ताकत बनती है।
3- जंक फूड खाने से बचें
जंक फ़ूड भी मानसून के दौरान परहेज करने वाले खाद्य पदार्थ की श्रेणी में प्रमुख है। जिसे अक्सर आप खाना पसंद करते हैं, लेकिन मॉनसून में यह अच्छा आइडिया नहीं है। बारिश के मौसम में स्ट्रीट फूड या सड़क किनारे रेहड़ी पर बिकने वाले खाद्य पदार्थों या कटे फलों को खाने से बचना चाहिए। सड़क पर गंदे पानी और कीचड़ से भरे गड्ढे होते हैं, जो विभिन्न प्रकार के हानिकारक सूक्ष्मजीवों के पैदा होने कीआदर्श जगह बन जाते हैं।
भोजन जितनी अधिक देर तक गंदी खुली हवा में रहेगा, उसके संक्रमित या दूषित होने की संभावना उतनी ही अधिक होगी। इसलिए यदि आप बीमारियों से बचे रहना चाहते हैं, तो यह सुनिश्चित करें कि आप ताजा भोजन खाएं और घर का ही बना खाएं।
4- मच्छर मुक्त वातावरण बनायें
मानसून के दौरान आम बात यह है, कि हर कोई मच्छरों के प्रकोप से परेशान रहता है। क्योंकि, मच्छर कई बीमारियों के संवाहक के होते हैं। मच्छरों के पनपने और प्रजनन के लिए यह एक आदर्श मौसम होता है। बारिश के मौसम में मच्छर विभिन्न संक्रामक बीमारियाँ फैलाने में काफी सक्षम होते हैं।
घर और आसपास के वातावरण को मच्छर मुक्त बनाये रखने के लिए पूरे परिसर और घर की स्वच्छता को बनाए रखना महत्वपूर्ण है। घर में पानी का खुली टंकियों और बर्तनों में रखे पानी को हमेशा ढककर रखें। सुनिश्चित करें, कि नालियों में कचरा और घर के आस-पास के गढ्ढों में पानी जमा न होने पाए, क्योंकि ठहरे हुए पानी में ही मच्छर पनपते हैं।
5- गीले जूते या कपड़े पहनने से बचें
मानसून के दिनों में ऑफिस या किसी कार्यक्रम में गीले कपड़ों या जूतों को पहने रहना एक मजबूरी होती है, क्योंकि बाहर होने के कारण उन्हें सुखाने के अधिक विकल्प नहीं होते हैं।
कई बार आपके जूते कीचड़ से सने होंगे या भीगे होंगे, सुनिश्चित करें कि आप उन्हें दोबारा पहनने से पहले ठीक से साफ कर लें और पूरी तरह से सुखा लें।
गीले जूते रोगाणुओं के प्रजनन का आदर्श स्थल हैं जो विभिन्न बीमारियों को जन्म देते हैं। सुनिश्चित करें कि आप जूतों को सुखा कर ही पहनें या आप रबर के जूतों का विकल्प भी चुन सकते हैं।
बरसात के मौसम के लिए स्वस्थ आहार टिप्स
कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली के कारण विभिन्न सामान्य संक्रमण मानव प्रणाली में अपनी पैठ बनाने रास्ते खोज लेते हैं। बरसात के मौसम में स्वस्थ आहार ही शरीर के स्वास्थ्य को निरोगी रखने का सबसे अच्छा तरीका है, और इसके लिए कुछ टिप्स नीचे दिए गये हैं:
- शरीर के रक्तचाप को बनाए रखने के लिए खाने में नमक की मात्रा सीमित करें। क्योंकि, बरसात के मौसम में इसके अतिरिक्त अन्य समस्याएं भी पैदा होती हैं, इसलिए इस मौसम में नमक से परहेज करना सबसे अच्छा तरीका है।
- ठंडी तासीर वाले खाद्य और पेय पदार्थ जो शरीर के तापमान को कम करते हैं, ऐसे खाद्य पदार्थों से परहेज करने से शरीर को जल प्रतिधारण (Water Retention) को काबू करने में मदद मिलेगी।
- बारिश के मौसम में लहसुन खाने से प्रतिरक्षा प्रणाली को दुरुस्त रखने में मदद मिलेगी, आपको अपने खाद्य पदार्थों में इसे अवश्य शामिल करना चाहिए।
- मानसून के दौरान दही खाने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे हानिकारक बैक्टीरिया के शरीर में प्रवेश करने का खतरा बढ़ जाता है। दही की जगह दूध का सेवन करें।
- शरीर को गर्म और सुरक्षित रखने के लिए और अच्छे स्वास्थ्य के लिए कैफीन युक्त पेय की बजाय अन्य गर्म पेय को प्राथमिकता देने का प्रयत्न करें।
- बरसात के मौसम में शुद्ध पानी पीने को प्राथमिकता दें, क्योंकि यह ऐसा मौसम है जिसमें पानी के जरिये सबसे अधिक संक्रमण होने का खतरा होता है। इसलिए कोशिश करें कि पानी को उबाल कर पियें।
- बरसात के मौसम में मांस, मछली की मात्रा को सीमित या बंद कर दें और नॉन वेज खाना ही है, तो इसकी जगह चिकन खायें।
- अदरक, तुलसी, दालचीनी, काली मिर्च, इलायची और लौंग से बना काढ़ा संक्रमण को रोकने में मदद करता है और प्रतिरक्षा स्तर को भी बढ़ाता है।
Last but not Least…
स्वास्थ्य को बनाये रखने के लिए मानसून के दौरान परहेज करने वाले खाद्य पदार्थ जैसे तले भुने, मसालेदार, चटपटे और खट्टे खाद्य पदार्थों को खाने से बचना चाहिए। ऐसा इसलिए है, क्योंकि इस समय शरीर का पाचन तंत्र थोड़ा सुस्त हो जाता है और ऐसे में इस प्रकार के खाद्य पदार्थों को पचाना थोड़ा कठिन हो सकता है।
बारिश के मौसम में बैक्टीरिया-संक्रमित भोजन खाने से भोजन विषाक्तता, पेटदर्द और बदहजमी जैसी समस्याएं हो सकती है। इसलिए, कि इस मौसम में आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली भी अन्य मौसम की अपेक्षा कमजोर हो जाती है।
बरसात के मौसम में कुछ खाद्य पदार्थों से विशेष रूप से परहेज करना चाहिए, अन्यथा वे आपके स्वास्थ्य को संक्रमण और गंभीर बीमारी की सौगात दे सकते हैं।
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Disclaimer
इस लेख के माध्यम से दी गई जानकारी, बीमारियों और स्वास्थ्य के बारे में लोगों को सचेत करने हेतु हैं। किसी भी सलाह या सुझाव को निजी स्वास्थ्य के लिए उपयोग में लाने से पहले हमेशा अपने चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।
References –
https://www.healthshots.com/healthy-eating/nutrition/avoid-these-foods-or-limit-their-consumption-during-monsoon/
https://www.thequint.com/fit/foods-to-avoid-in-the-rainy-season-or-monsoons
https://www.slurrp.com/article/foods-to-avoid-in-monsoon-1626438965151
Very good tips
Thank you.